केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हनुमान जयंती से पहले बुधवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें गुरुवार को मनाई जाने वाली हनुमान जयंती में राज्यों को सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वाले तत्वों पर निगरानी रखने को कहा गया है।
गृह मंत्रालय के अनुसार हनुमान जयंती की तैयारी को लेकर सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की गई है। सरकारों को कानून और व्यवस्था बनाए रखने, त्योहार का शांतिपूर्ण पालन करने और समाज में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने वाले किसी भी कारक की निगरानी सुनिश्चित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
बता दें कि देश के विभिन्न राज्यों में रामनवमी के कार्यक्रमों और शोभा यात्राओं को उपद्रवियों ने निशाना बनाया। बिहार, बंगाल और महाराष्ट्र समेत कुछ राज्यों में जिहादियों ने जमकर उपद्रव काटा। इस दौरान जिहादियों द्वारा न केवल पत्थरबाजी की गई बल्कि आगजनी तक की घटनाओं को अंजाम दिया गया। इन घटनाओं में दर्जनों रामभक्तों के घायल होने के समाचार सामने आए।
पश्चिम बंगाल के दक्षिण हावड़ा के बीई कॉलेज के नजदीक से जब शोभायात्रा हावड़ा घाट की तरफ जा रही थी, लेकिन पीएम बस्ती इलाके के पास जैसे ही शोभायात्रा पहुंची तभी अराजक तत्वों ने अचानक हमला कर दिया। अचानक हुए हमले के चलते राम भक्तों को शोभायात्रा बीच में ही छोड़नी पड़ी। इन घटनाओं के सोशल मीडिया पर कई वीडियो मौजूद हैं। जिनमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि हावड़ा में रामनवमी शोभा यात्रा पर अराजक तत्व पत्थरबाजी कर रहे हैं। इनमें यह भी देखा जा सकता है कि पुलिस हमले को रोकने के लिए कुछ नहीं कर रही है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने भी इसकी निंदा करते हुए कहा कि हावड़ा से लेकर बांकुड़ा तक रामनवमी शोभा यात्रा पर टीएमसी गुंडों ने हमला किया। बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकार ने ट्वीट किया, ” हावड़ा के शिवपुर में, श्रीराम नवमी के अवसर पर जब राम भक्तों ने शोभा यात्रा निकाली तो, हावड़ा पुलिस के कांस्टेबल और अफसर ने उनपर लाठियो की बौछार कर दी। इनमें कई घायल भी हुए। क्या सनातन धर्म का पालन करना इस राज्य में निषिद्ध है?
वहीं 30 मार्च को बिहार के सासाराम के सहरिया इलाके में रामनवमी जुलूस के दौरान दो समुदाय में विवाद हुआ था। जुलूस के बाद लौट रहे लोगों के साथ कथित रूप से मारपीट हुई थी। आरोप है कि एक मंदिर पर पत्थर भी फेंके गए। पुलिस के अनुसार, जुलूस के दौरान दो समुदाय के युवकों के बीच “आपत्तिजनक शब्दों” को लेकर विवाद शुरू हुआ था।
इसके बाद 31 मार्च की सुबह मदार दरवाजा गांव में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ पत्थरबाजी शुरू कर दी। चार घरों में आग भी लगा दी गई। हिंसा भड़कने के बाद शहर के बस्ती मोड़, चौखंडी, आदमखानी, सोना पट्टी इलाकों में पत्थरबाजी शुरू हो गई। हालात इतने बिगड़ गए बाजार की दुकानें बंद होनी शुरू हो गई। हालात काबू में लाने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी।
वहीं नालंदा के लहेरी थाना क्षेत्र के गगन दीवान में रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई हिंसा के बाद से स्थिति तनावपूर्ण है। जिला प्रशासन ने क्षेत्र में धारा 144 लागू की है। दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी, पथराव और आगजनी में 14 लोग घायल हुए हैं। कई वाहन फूंक दिए गए हैं। नालंदा सदर अस्पताल के डॉक्टर विश्वजीत कुमार का कहना है कि इनमें से चार को गोली लगी थी। उनमें से तीन को पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल रेफर किया गया है। एक व्यक्ति आईसीयू में भर्ती है। जिला अधिकारी शशांक शुभंकर का कहना है कि साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। इंटरनेट सेवा निलंबन पर विचार किया जा रहा है। क्षेत्र में पुलिस गश्त कर रही है। बदमाशों की पहचान की जा रही है।
वहीं गुजरात के वडोदरा में रामनवमी की शोभायात्रा पर फतेहपुरा और कुंभारवाडा दो अलग-अलग जगहों पर हमला किया। पथराव के दौरान की कुछ वीडियोज भी सामने आए। जिसमे शोभायात्रा में शामिल लोग जान बचाकर भागते भी दिख रहे हैं। इसमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल थीं। पथराव की खबरें समाने आने के बाद सरकार हरकत में आई और गुजरात के गृह मंत्री ने इस पथराव में शामिल लोगों पर सख्त एक्शन लेने का निर्देश दिया।
महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में मंदिर के बाहर कट्टरपंथियों ने जमकर उपद्रव मचाया, यहां पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी गई जिसके बाद पुलिस को फायरिंग तक करनी पड़ गई। इस घटना में छह लोग घायल हुए हैं, जिन्हें नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर स्थिति पर नियंत्रण किया।
टिप्पणियाँ