उदयपुर। उदयपुर के मावली में एक दरिंदे ने आठ साल की बच्ची का अपहरण किया, दुष्कर्म किया और फिर किसी को पता नहीं चले और वह बच्ची मिले ही नहीं, इसलिए उसकी हत्या कर शव के 10 टुकड़े कर गांव के एक खंडहरनुमा मकान में फेंक आया। पुलिस ने आरोपित कमलेश राजपूत (21) को गिरफ्तार किया है। वह बच्ची के घर के पास रहता है। यह भी सामने आया है कि उसने सारी वारदात को घर में ही अंजाम दिया, ऐसे में उसके माता-पिता पर भी सन्देह है।
वीभत्स मामले की सूचना मिलते ही एसपी विकास शर्मा अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। एफएसएल टीम भी मौके पर रही और संबंधित साक्ष्य जुटाए गए। रविवार सुबह शव के टुकड़ों के जरिए ही पोस्टमार्टम हुआ। संदेह है कि आरोपी ने 29 मार्च को बच्ची का अपहरण, दुष्कर्म कर उसी दिन हत्या कर दी थी, क्योंकि शव के टुकड़े सड़-गल गए थे।
ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बच्ची 29 मार्च से लापता थी। 29 मार्च को स्कूल से घर लौटी थी और फिर पिता के पास खेत पर जाने की कहकर घर से निकली थी। लेकिन बच्ची खेत पर नहीं पहुंची। दिन में परिजनों ने सोचा कि बच्ची गांव में खेल रही होगी, लेकिन जब वह देर शाम तक नहीं लौटी तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। कहीं भी बच्ची का पता नहीं चला तो परिजनों ने मावली थाने में बच्ची के लापता होने की रिपोर्ट दी। लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट को गंभीरता से नहीं लिया और न ही तत्काल बच्ची को तलाशने का प्रयास किया।
इसके बाद परिजन मावली विधायक के पास पहुंचे। इसके बाद शनिवार को विधायक धर्मनारायण जोशी ने एसपी से बात की और बच्ची को तलाशने के लिए कहा। एसपी के निर्देश पर शनिवार शाम से ही मावली थाना पुलिस की अलग-अलग टीमें बच्ची को तलाशने में जुट गयीं। पुलिस टीम संदिग्ध खंडहर नुमा मकान के अंदर गयी। जहां उसे एक संदिग्ध बोरी दिखायी दी। पुलिस टीम ने बोरी को खोलकर देखा तो उसमें दो थैलियां रखीं थीं, जिसमें बच्ची के शव के टुकड़े थे।
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