रोड रेज में सजा काट रहे पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू शनिवार की शाम जेल से रिहा होकर बाहर आ गए। सिद्धू को एक साल की सजा सुनाई गई थी लेकिन बेहतर आचरण के चलते वह 317 दिन बाद ही जेल से बाहर आ गए। नवजोत सिद्धू पिछले करीब एक साल से पटियाला की जेल में बंद थे।
इस बीच बीमार होने के कारण वह दो बार जेल से बाहर आए। नवजोत सिद्धू को करीब 32 साल पुराने रोडरेज केस में 19 मई, 2022 को एक साल कैद की सजा सुनाई गई थी। सिद्धू 20 मई, 2022 को जेल गए थे। नियमानुसार सिद्धू की सजा 19 मई को पूरी हो रही थी लेकिन जेल में उनके अच्छे व्यवहार तथा एक साल के दौरान कोई छुट्टी नहीं लिये जाने के कारण उन्हें यह रियायत दी जा रही है।
दिसंबर 2022 से ही नवजोत सिंह सिद्धू की रिहाई को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई थीं। सभी को उम्मीद थी कि 26 जनवरी, 2023 को नवजोत सिंह सिद्धू रिहा हो जाएंगे। ऐन मौके पर सिद्धू की रिहाई का कार्यक्रम रद्द हो गया।
नवजोत सिद्धू के बाहर आने पर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग, नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा तो स्वागत के लिए नहीं आए अलबत्ता सांसद गुरजीत सिंह औजला, नवतेज चीमा, अश्वनी सेखड़ी, सुखविंदर सिंह डैनी समेत सिद्धू खेमे के कई नेता पटियाला जेल के बाहर जरूर पहुंचे। रिहाई के बाद अपने समर्थकों के साथ सिद्धू जेल से सीधा अपने पटियाला आवास पर पहुंचे।
राहुल गांधी को बताया क्रांति
नवजोत सिंह सिद्धू ने जेल से बाहर आते ही कहा, ‘इतनी खौफजदा है सरकार कि वह सच सुनना नहीं चाहती। अब मेरी बात सुनें जब भी इस देश में तानाशाही आई, एक क्रांति आई। और आज मैं छाती ठोंक कर कहता हूं कि उस क्रांति का नाम है राहुल गांधी और वह सरकार की जड़ें हिला देंगे।
भगवंत मान को दी नसीहत
सीएम भगवंत मान को नसीहत देते हुए सिद्धू ने आगे कहा- ‘आज लोकतंत्र बेढ़ियों में है। आज लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं है। अगर मेरा छोटा भाई भगवंत मान सुन रहा हो तो वह भी सुन ले। पंजाब देश की ढाल है आज उस ढाल को तोड़ने की कोशिश हो रही है। पंजाब में प्रेजिडेंट रूल लगाने की साजिश की जारही है।’ सिद्धू ने कहा, ‘पंजाब में जहां कहीं भी अल्पसंख्यकों की आबादी अधिक है वहां- वहां लोकतंत्र नहीं, केंद्र सरकार षडयंत्र करती है।’
बाहर आते ही गरमाई कांग्रेस की राजनीति
सिद्धू के जेल से बाहर आते ही सूबे की राजनीति में बदलाव आएगा। कांग्रेस में अब एक नया गुट सक्रिय होगा जो सिद्धू के जेल से बाहर आने के इंतजार में चुप बैठा हुआ था। नवजोत सिद्धू जेल जाने से पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मुलाकात करके उनकी कार्यशैली की सराहना भी कर चुके हैं।
नवजोत सिद्धू को 19 जुलाई, 2021 को कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। सिद्धू के साथ संगत सिंह गिलजियां, सुखविंदर सिंह डैनी, पवन गोयल तथा कुलजीत सिंह नागरा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। इसके बाद हाईकमान ने 9 अप्रैल, 2022 को अमरिंदर सिंह राजा को कांग्रेस पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर दिया।
सडक़ों पर रही है कांग्रेस की गुटबाजी
सिद्धू के जेल जाने के बाद कांग्रेस नेताओं का एक गुट शांत बैठा हुआ है। सिद्धू की रिहाई से पहले उनके मीडिया सलाहकार सुरेंद्र डल्ला ऐलान कर चुके हैं कि मिशन 2024 की अगुवाई नवजोत सिद्धू करेंगे। ऐसे में साफ हो गया है कि सिद्धू आते ही अपने पुराने ग्रुप को खड़ा करेंगे। बता दें कि नवजोत सिद्धू के कार्यकाल के दौरान कांग्रेस पार्टी एकजुट नहीं हो सकी और गुटबाजी सडक़ों पर रही। सिद्धू के कई ऐसे वीडियो वायरल हुए, जिनमें वह तत्कालीन मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बारे में कथित तौर पर अपशब्द बोलते दिखाई दिए।
अब जेड नहीं वाई श्रेणी की रहेगी सुरक्षा
नवजोत सिद्धू कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं। इसके अलावा वह फिल्मी दुनिया में भी सक्रिय रहे हैं। जेल जाने से पहले नवजोत सिद्धू को जेड प्लस सुरक्षा मिली हुई थी। पंजाब सरकार ने राज्य में जब सुरक्षा का रिव्यू करते हुए नेताओं की सुरक्षा वापस ली तो उस समय सिद्धू जेल में थे। पटियाला पुलिस द्वारा शुक्रवार की रात परिजनों को बताया कि गया नवजोत सिद्धू को अब वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की जाएगी। लिहाजा शनिवार को सिद्धू जब जेल से बाहर आए तो उन्हें नए नियमों के तहत वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई।
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