योग गुरु बाबा रामदेव के पतंजलि योग पीठ से सौ युवाओं ने सन्यास की दीक्षा ले है। नवरात्रि के दिनों में इस दीक्षा संस्कार के धार्मिक कार्यक्रम के समापन सत्र में बोलते हुए ,बाबा रामदेव ने कहा कि आज आप जो युवा संन्यासी होकर सनातन धर्म की भारत मां की सेवा के लिए संकल्पित हो रहे है, उसके लिए ये समाज हमेशा आपका ऋणी रहेगा।
बाबा राम देव ने कहा 1995 में मैने जब सन्यास लिया था तो ऐसे ही कार्यक्रम में उनकी मां भी मौजूद थी और मेरे दीक्षा लेते ही वो बेहोश हो गई ।आज बहुत से माताओं की आंखे नम देख कर मुझे अपनी दीक्षा का समय याद आ गया राष्ट्र सेवा का ,समाज सेवा का हमने जैसा संकल्प लिया वैसा ही संकल्प आज इन युवाओं ने लिया है, उन्होंने कहा मेरी शुभ कामनाएं आपके साथ है और आपको दुनिया भर में सनातन धर्म के प्रचार प्रसार में जाना है और भारत विश्व गुरु बनाने में अपना योगदान देना है।
उन्होंने कहा महा ऋषि दयानंद जी के सेवा कार्यों को आगे बढ़ाना है। बाबा रामदेव ने पीएम मोदी का आभार प्रकट करते हुए कहा उनकी वजह से ही योग को पूरी दुनिया में मान्यता मिली और अब आर्युवेद पर उनके प्रयास दुनिया भर में सराहे जा रहे है।
योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि हम स्वदेशी का भाव भारत वासियों में जगाया है, उनके हमारे संयुक्त प्रयासों से पतंजलि योगपीठ का विस्तार हो रहा है और यहां आकर लाखो लोगो को आर्युवेद से जुड़ने का लाभ मिल रहा है।
29वें सन्यास दीक्षा समारोह में बाबा रामदेव ने आचार्य बालकिशन के प्रयासों से पांच सौ ब्रह्मचार्य जीवन का संकल्प लेने वाले युवाओं का भी जिक्र किया और उन्हे देश सेवा के लिए शुभ कामनाएं दी ।
बाबा रामदेव ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक डा मोहन भागवत, गृह मंत्री अमित शाह, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, आदि का भी आभार प्रकट किया।
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