उत्तराखंड के कॉर्बेट सिटी रामनगर में जी 20की बैठक में सदस्य देशों के वैज्ञानिक सलाहकारों की महत्वपूर्ण बैठक में आज चार मुख्य बिंदुओ पर चर्चा की गई। भारत के वैज्ञानिक सलाहकार अजय कुमार सूद ने पत्रकार वार्ता करते हुए बताया कि हमने सबसे पहले कोविड 19 पर लंबी चर्चा हुई और उसके बाद दुनिया के बदलते स्वरूप की चर्चा की गई।
अजय कुमार सूद ने बताया कि इंसान जीव जंतुओं पर्यावरण पर सर्विलांस पर चर्चा हुई, इसके तहत शहरों की पालिकाओं के कूड़ा आदि पर सैंपल लेने, वाइल्ड लाइफ में कोई वायरस पैदा हो रहा है उस पर नजर रखने पर जोर दिया गया। इस पर वैज्ञानिको की लीडर शिप जैसे जानलेवा वायरस पर उनकी महत्वपूर्ण भूमिका उनके विज्ञान और तकनीक को वैक्सीन पर संयुक्त रूप से काम करे इस पर सहमति बनी।
उन्होंने बताया कि इस विषय पर भी चर्चा हुई अनुसंधान को दुनियां के सामने लाने में कमी है, जिस पर ये सहमति बनी की इस समस्या को सरकारों के सामने रखने पर सहमति बनी। उन्होंने कहा की अनुसंधान की जानकारी नागरिकों तक नही पहुंच रही इस पर संयुक्त रूप से जी 20 के देश काम करेंगे।
भारत के वैज्ञानिक सलाहकार ने बताया कि सभी देशों में गरीब,अल्पसंख्यक, आदिवासी ,जनजाति लोगों की परंपरागत जानकारियों को हमने अपनाया है। आपस की दूरी खत्म करने पर जोर दिया जाए। उन्होंने कहा कि सभी वैज्ञानिक सलाहकारों को लगातार संपर्क में रहना है और विमर्श करते रहेंगे।
जलवायु परिवर्तन की वजह से पैदा होनेवाली बीमारियो को भी चुनौती के रूप में लिया जा रहा है। उन्होनें कहा कि सभी विषय जन सहभागिता जरूरी है। सभी देशों ने इस पर सहमति जताई ,उन्होंने बताया कि अगली अगस्त की बैठक में ड्राफ्ट तैयार करके दिया जाएगा।
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