पाकिस्तान में राजनीतिक उठापटक से जुड़ा एक और हैरान करने वाला बयान आया है। यह विवादित बयान किसी और ने नहीं, इस्लामी देश के गृह मंत्री सनाउल्लाह ने खुद दिया है। अभी पिछले ही दिनों पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि उन्हें डर है कि ‘उनकी हत्या कर दी जाएगी’। सनाउल्लाह के इस चुभते बयान के बाद इमरान की पार्टी पीटीआई के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया की है। पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने एक बार फिर से कहा है कि शाहबाज सरकार इमरान खान की जान के लिए खतरा बनी हुई है।
पाकिस्तान में पिछले काफी दिनों से सत्तापक्ष और विपक्ष के नेताओं में जबरदस्त टकराव की स्थिति बनी हुई है। इमरान के विरुद्ध अदालती कार्रवाइयों को लेकर इमरान और शाहबाज सरकार में तलवारें खिंची हुई हैं। शायद ही कोई दिन जाता हो जब इमरान अदालत या सरकार को चुनौती देते बयान न जारी करते हों। दोनों पक्षों में तीखी नोंकझोंक के चलते देश की डूबती नैया की शायद किसी को चिंता नहीं है। नेताओं में आपस में आरोपों-प्रत्यारोपों की झड़ी लगी हुई है। ऐसे में पड़ोसी इस्लामी देश के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह का यह कहना कि ‘कोई तो मारा जाएगा, या तो इमरान खान नहीं तो हम’, विपक्ष को सीधा चुभा है। यही वजह है कि इस बयान पर नए सिरे से राजनीति शुरू हो गई है।
सनाउल्लाह के बयान को आड़े हाथों लेते हुए पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने पीएमएल-नवाज की गठबंधन सरकार पर सीधा प्रहार करते हुए उसे इमरान की जिंदगी के लिए खतरा बताया। फवाद ने सवाल किया कि सनाउल्लाह गिरोह चला रहे हैं या सरकार? इमरान की पार्टी पीटीआई ने सर्वोच्च न्यायालय से अपील की है कि इस बयान का संज्ञान लिया जाए।
गृहमंत्री सनाउल्लाह ने इस बयान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सत्तारूढ़ पीएमएल-एन का ‘दुश्मन’ करार देते हुए कहा कि वे देश में राजनीति को ऐसी हालत में पहुंचा चुके हैं जहां उनकी (इमरान की) नहीं तो हमारी हत्या हो जाएगी।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (न) के बड़े नेता और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ के काफी नजदीक माने जाने वाले राणा के इमरान पर आए बयान से इमरान की पार्टी के नेताओं को गुस्सा दिला दिया है। राजनीतिक गलियारों में भी राणा के बयान को तोला जा रहा है। विशेषज्ञ इसे आगे किसी संभावित गंभीर स्थिति का संकेत मान रहे हैं। ध्यान रहे कि नवंबर 2022 में पंजाब प्रांत में रैली निकाल रहे इमरान खान पर गोलियां चली थीं।
उस जानलेवा घटना के बाद इमरान खान ने बयान देते हुए कहा था कि उनकी हत्या के साजिश हो रही है, जिसके पीछे गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह जिम्मेदार हैं। इस संदर्भ में पीटीआई प्रमुख इमरान ने सीधे प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ तथा आईएसआई के एक बड़े अधिकारी के नाम भी लिए थे।
लेकिन कल एक निजी समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में सनाउल्लाह का उक्त बयान देना फौरन चर्चा में छा गया। ‘या इमरान खान मारे जाएंगे, नहीं तो हम’, कहने के बाद गृहमंत्री ने कहा कि ‘आज पाकिस्तान की राजनीति को इमरान ऐसी ही हालत में ले आए हैं। ऐसी हालत में जिसमें या तो वे रह सकते हैं या हम’। सनाउल्लाह ने चुनौती भरे स्वर में कहा कि ‘पीएमएल पर खतरा है जिसे दूर करने के लिए जो भी करना होगा, वे करेंगे। पार्टी के दुश्मनों के साथ हिसाब बराबर करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं’। सनाउल्लाह के हिसाब से, ‘इमरान खान ने राजनीति को दुश्मनी में बदल दिया है’। उन्होंने कहा, ‘इमरान अब हमारे दुश्मन हैं और उनके साथ वैसा ही बर्ताव करेंगे’।
इसी साक्षात्कार में सनाउल्लाह ने कहा कि पाकिस्तान में तो पहले से ही अराजकता छाई हुई है। सनाउल्लाह के बयान को आड़े हाथों लेते हुए पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने पीएमएल-नवाज की गठबंधन सरकार पर सीधा प्रहार करते हुए उसे इमरान की जिंदगी के लिए खतरा बताया। फवाद ने सवाल किया कि सनाउल्लाह गिरोह चला रहे हैं या सरकार? इमरान की पार्टी पीटीआई ने सर्वोच्च न्यायालय से अपील की है कि इस बयान का संज्ञान लिया जाए।
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