नई दिल्ली में आयोजित महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत को चार स्वर्ण पदक मिले हैं। लवलीना बोरगोहेन ने 70-75 किग्रा भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर भारत की झोली में चौथा स्वर्ण डाला। उनसे पहले भारतीय स्टार मुक्केबाज निकहत जरीन ने 48-50 किग्रा भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। इससे पहले शनिवार के दिन नीतू घनघस ने 45-48 किग्रा भारवर्ग और स्वीटी बूरा ने 75-81 किग्रा भारवर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।
लवलीना बोरगोहेन ने 70-75 किलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। लवलीना ने फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई मुक्केबाज ऑस्ट्रेलिया की कैटलिन एन पार्कर को मात दी। दरअसल, लवलीना बोरगोहेन ने पहला राउंड 3-2 के अंतर से अपने नाम किया। फिर दूसरा राउंड ऑस्ट्रेलिया खिलाड़ी ने जीता। आखिरी राउंड में दोनों के बीच कांटे की टक्कर रही। अंत में मैच का नतीजा रिव्यू के लिए गया, जहां जजों ने लवलीना को विजेता घोषित किया।
इससे पहले निकहत जरीन ने फाइनल में वियतनाम की मुक्केबाज गुयेन थी ताम को मात दी। निखत का विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में यह लगातार दूसरा स्वर्ण पदक है। इस फाइनल मुकाबले में निखत शुरुआत से ही शानदार लय में दिखीं। उन्होंने वियतनाम की मुक्केबाज को कोई मौका ही नहीं दिया और पहले राउंड में ही 5-0 की बढ़त ले ली। इसके बाद दूसरे राउंड में दोनों मुक्केबाज के बीच कांटे की टक्कर हुई। तीसरे राउंड में भी दोनों मुक्केबाज ने पूरा दम दिखाया। अंत में भारतीय मुक्केबाज ने यह मुकाबला 5-0 के अंतर से अपने नाम कर लिया। निकहत जरीन इस जीत के साथ लगातार दूसरी बार विश्व चैंपियन बनी हैं। पिछले साल 2022 में भी उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था।
बता दें कि इससे पहले शनिवार को ही नीतू घनघस और स्वीटी बूरा विश्व चैंपियन (2023) बनीं थीं। इनसे पहले छह बार की चैंपियन मैरी कॉम 2002, 2005, 2006, 2008, 2010, 2018, सरिता देवी 2006, जेनी 2006 और लेखा केसी 2006 में विश्व चैंपियन बनी थीं।
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