देश की प्रमुख हवाई सेवा प्रदाता कंपनी इंडिगो में 2024-25 के अंत तक अपने बेड़े में 350 हवाई जहाजों को शामिल करने का फैसला किया है। कंपनी में साल 2030 तक अपने कारोबार और कंपनी के आकार को बढ़ाकर दोगुना करने का लक्ष्य तय किया है। कहा जा रहा है कि अगर इंडिगो के बेड़े में सालाना आधार पर औसतन 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाएगी, तभी ये लक्ष्य हासिल किया जा सकेगा।
दरअसल, भारतीय हवाई सेवा प्रदाता कंपनियों में इंडिगो सबसे अधिक हिस्सेदारी रखने वाली कंपनी है। एविएशन मार्केट में इंडिगो की हिस्सेदारी करीब 55 प्रतिशत है। अपना कारोबार बढ़ाने के लिए इंडिगो ने इस दशक के अंत तक अपने बेड़े में 490 एयरक्राफ्ट को शामिल करने का रोड मैप तैयार किया है। इन एयरक्राफ्ट्स में एअरबस एक्सएलआर को भी शामिल किया जाएगा, जिससे यूरोपियन एविएशन मार्केट तक कंपनी को अपनी पैठ बनाने में आसानी हो सकेगी।
इंडिगो का अनुमान है कि भारत में एविएशन सेक्टर का विस्तार जिस गति से हो रहा है, उसको देखते हुए कंपटीशन लगातार तेज होता जाएगा। एविएशन मार्केट को लेकर किए गए एक सर्वे के मुताबिक 2024-25 के अंत तक इंडिगो 10 करोड़ हवाई मुसाफिरों को सेवा मुहैया करा सकती है। अपनी विस्तार योजना के तहत इंडिगो का इरादा 2024 तक 10 से 15 नए डेस्टिनेशन को जोड़ने का भी है। फिलहाल इंडिगो 104 डेस्टिनेशन के लिए उड़ानों का संचालन करती है। इनमें से 78 भारतीय डेस्टिनेशन हैं जबकि 26 विदेशी डेस्टिनेशन्स के लिए इंडिगो उड़ानों का संचालन करती है।
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