मेरठ में कन्वर्जन के मामले में फरार आरोपित कंवरपाल को कंकरखेड़ा पुलिस ने दिल्ली के एक अस्पताल से पकड़ लिया है। आरोपित से पूछताछ में कन्वर्जन मामले में फंडिंग के तार दूसरे राज्यों से जुड़ रहे हैं। इस मामले में खुफिया एजेंसियों के अधिकारी भी आरोपित से पूछताछ में जुटे हैं।
कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र की पालम विहार कॉलोनी में कंवरपाल का परिवार रहता है। उसके परिवार में पत्नी, बेटा जैकब और बेटी मैगी हैं। आरोप है कि कंवरपाल और उसका बेटा जैकब पिछले दो साल से लोगों का कन्वर्जन करा रहे थे। रविवार को हिंदू राष्ट्र सेना के मंडल अध्यक्ष विवेक आत्रे शर्मा ने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचकर कंवरपाल के घर के बाहर हंगामा किया। उस समय मकान में 50 से अधिक लोग प्रार्थना कर रहे थे। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया था। सूचना पर पुलिस पहुंची थी। पुलिस ने आरोपित जैकब को हिरासत में लिया था।
पुलिस के मुताबिक, जैकब ने बताया कि वह पिछले दो साल से अपने पिता के साथ मिलकर कन्वर्जन करा रहा है। रविवार को वह प्रार्थना कराता है। साथ ही प्रार्थना करने आए लोगों से अन्य लोगों को जोड़ने के लिए कहता है। इसके बाद पुलिस की ओर से कंवरपाल, जैकब और पास्टर जॉनसन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। पुलिस तभी से फरार आरोपितों की तलाश में जुटी थी।
सीओ दौराला अभिषेक पटेल के मुताबिक, मुख्य आरोपित पास्टर जॉनसन कन्वर्जन के लिए फंडिंग करता था। कंवरपाल की मुलाकात गाजियाबाद में पास्टर जॉनसन से हुई थी। इसके बाद कंवरपाल ने धर्म परिवर्तन कर लिया था। पास्टर जॉनसन दिल्ली में लंबे समय से द पैंसी कौशल ऑफ गॉड नामक संस्था चलाता है। जॉनसन आसपास के राज्यों में कन्वर्जन के नाम पर लोगों को बहलाने-फुसलाने का काम करता है।
कंवरपाल को भी वह फंडिंग के नाम पर हर महीने पैसे भेजता था। मंगलवार को आरोपित कंवरपाल को पुलिस ने दिल्ली के एक अस्पताल से हिरासत में ले लिया। उससे पूछताछ में पता चला कि फंडिंग के तार दूसरे राज्यों से भी जुड़े हैं। खुफिया एजेंसियों के अधिकारी कंकरखेड़ा थाने में आरोपित से पूछताछ में जुटे हैं। पुलिस इस फंडिंग का पूरा नेटवर्क खंगालने में जुटी है।
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