ज्ञानवापी से जुड़े सात प्रमुख मुकदमों को जिला जज के अदालत में स्थानांतरित करने संबंधित प्रार्थना पत्र पर 22 मार्च को फैसला आएगा। जिला जज डॉ अजय कृष्ण विश्वेश ने प्रार्थना पत्र पर निर्णय देने के लिए 22 मार्च की तारीख दी है।
सभी मामलों की सुनवाई एक साथ किए जाने की मांग वाली याचिकाओं पर जिला जज डॉ अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में सुनवाई पूरी हो चुकी है। सभी की दलीलें सुनी जा चुकी हैं। मुकदमे में प्रमुख रूप से ज्ञानवापी परिसर हिन्दुओं को सौंपने, आदिविशेश्वर में पूजन का अधिकार दिए जाने को लेकर है।
लक्ष्मी देवी, सीता साहू, मंजू व्यास और रेखा पाठक ने ज्ञानवापी से जुड़े मुकदमों की एक ही जगह सुनवाई की मांग की है। अधिवक्ता सुभाष नंदन चतुर्वेदी, सुधीर त्रिपाठी ने मामलों की सुनवाई एक साथ किए जाने के पक्ष में अपनी बात रखी। अधिवक्ताओं ने कहा कि ज्ञानवापी के सभी मामले एक जैसे हैं। इनकी अलग-अलग सुनवाई नहीं होनी चाहिए।
इन प्रमुख प्रार्थना पत्रों पर 22 मार्च को आदेश आएगा
1- वाद नंबर- 840/2021, मा. न्यायालय सिविल जज (सीडि), वाराणसी, वादी श्री नंदी महाराज व सितेन्द चौधरी आदि
2- वाद नंबर- 839/2021, मा. न्यायालय सिविल जज (सीडि), वाराणसी, वादी लार्ड श्री आदि विशेश्वर, शीतला मंदिर महंत शिवप्रसाद पाण्डेय आदि
3- स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का मुकदमा 2022 में सिविल जज सीनियर डिवीजन वाराणसी कोर्ट में है। ज्ञानवापी मस्जिद में कमीशन के सर्वेक्षण के दौरान मिले शिवलिंग की पूजा का अधिकार मांगा गया।
4- वाद नंबर- 350/2021, मा. न्यायालय सिविल जज (सीडि), वाराणसी, वादी मां श्रृंगार गौरी, रंजना अग्निहोत्री आदि
5- वाद नंबर- 761/2021, मा. न्यायालय सिविल जज (सीडि), वाराणसी वादिनी साध्वी पूर्णम्बा व देवी शरदम्बा
6- वाद नंबर- 245/2021, माननीय न्यायालय सिविल जज (सीडि), वाराणसी, वादी सत्यम त्रिपाठी आदि
7- वाद नंबर- 358/2021, मा. न्यायालय सिविल जज (सीडि), वाराणसी, वादी मां गंगा व सुरेश चौव्हांण आदि
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