यूपी के मेरठ में पुलिस की एक विशेष टीम ने गहन जांच पड़ताल के बाद मतांतरण करने में लगे तीन लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। आरोपी दिल्ली से आकर यहां प्रार्थना सभाएं करते थे और वहीं गरीब, पिछड़े हिंदुओं को बरगलाकर ईसाई पंथ अपनाने के लिए कहते थे।
जानकारी के अनुसार नोएडा, दिल्ली में जानसन फॉस्टर नाम का ईसाई पादरी ‘द पैसी कौशल ऑफ गॉड’ नाम की मिशनरी संस्था चलाता है, जो मेरठ में मतांतरण कराने के लिए जैकब और उसके पिता कंवर पाल को धन उपलब्ध करवाता था। ये तीनों मेरठ और आसपास की वंचित, पिछड़े लोगों की बस्तियों में जाकर छुट्टी के दिन प्रार्थना सभाएं आयोजित करते थे और यहां आने वाले लोगों को ईसाई पंथ अपनाने के लिए प्रलोभन देते थे।
पुलिस सीओ अभिषेक पटेल ने बताया कि मतांतरण के लिए फॉस्टर की टीम पिछले 20 साल से यहां सक्रिय थी। इस पर पिछले 6 माह से नजर रखी जा रही थी। उन्होंने बताया कि कंवरपाल ने गाजियाबाद में अपना मतांतरण किया, फिर उसके बेटे ने किया। ये गरीब कन्याओं के विवाह कराने के दौरान भी मतांतरण का षड्यंत्र रचते थे। पुलिस ने बताया कि इनके गैंग में अन्य सदस्य भी हैं, जिन पर नजर रखी जा रही है।
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