प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान से प्रेरित होकर झारखंड के पांच स्वच्छताकर्मी एक साहसिक पदयात्रा पर निकले हैं। ‘स्वच्छ भारत अभियान मां छिन्नमस्तिका ट्रस्ट’ से जुड़े इन स्वच्छताकर्मियों की हिम्मत को देखकर आम लोग दंग हैं। स्वच्छता पदयात्रा में ट्रस्ट के संस्थापक सदस्य अमर कुमार कुशवाहा, अध्यक्ष रंजीत महतो उर्फ बुलेट, सचिव सुदेश महतो, सदस्य तानु साव और मधु महतो शामिल हैं।
ये लोग साफ—सफाई करते हुए पैदल ही दिल्ली जा रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि भारत के हर गली—मोहल्ले में स्वच्छताकर्मी बहाल होंगे तो देश को स्वच्छ बनाना और भी आसान हो जाएगा। अपने इसी संदेश से प्रधानमंत्री को अवगत कराने के लिए ये लोग दिल्ली जा रहे हैं। इनके साथ एक साइकिल रिक्शा और दो ई रिक्शा हैं। इन पर ये लोग झाड़ू और अन्य आवश्यक सामान रखकर चल रहे हैं। आम लोग ही इनके खाने—पीने की व्यवस्था कर रहे हैं। रात में ये लोग किसी मंदिर या धर्मशाला में रहते हैं।
बता दें कि पिछले 6 वर्ष से ‘स्वच्छ भारत अभियान मां छिन्नमस्तिका ट्रस्ट’ से जुड़े सफाईकर्मी लगातार अपने क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे हैं। इनके इस अभियान से प्रभावित होकर लगभग 350 अन्य लोग भी स्वच्छता में हाथ बंटा रहे हैं। इन लोगों ने समाज से मिले सहयोग से कुछ शौचालयों का भी निर्माण किया है और ग्रामीणों को खुले में शौच न जाने के लिए भी जागरूक किया है। इस अभियान के संदेश को पूरे देश में फैलाने के लिए यह पदयात्रा की जा रही है।
यह पदयात्रा 12 मार्च को आरंभ हुई है। 20 मार्च को यह पदयात्रा गोला से 30 किलोमीटर दूर रामगढ़ पहुंची। सुदेश महतो ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्तूबर, 2014 को स्वच्छ भारत अभियान का शुभारंभ किया था। उनका सपना है भारत स्वच्छ हो। उनके इस अभियान से प्रेरित होकर ही 2017 में ‘स्वच्छ भारत अभियान मां छिन्नमस्तिका ट्रस्ट’ का गठन किया गया। इसके माध्यम से प्रधानमंत्री के सपने को साकार किया जा रहा है। रामगढ़ जिले के गोला और चितरपुर प्रखंड के अंदर हर जगह साफ—सफाई कर लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। आपको बता दें कि सुदेश महतो दिव्यांग हैं। इसके बावजूद वे सफाई अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं।
ट्रस्ट के संस्थापक सदस्य अमर कुमार कुशवाहा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर उनसे मांग करेंगे कि पूरे देश में प्रखंड स्तर पर सफाई—कर्मियों की बहाली हो और उनके लिए समस्त सुविधाओं की व्यवस्था की जाए। ऐसा करने से स्वच्छ भारत अभियान को गति मिलेगी।
इस स्वच्छता पदयात्रा को सफल बनाने के लिए समाज के लोग खुलकर मदद भी कर
रहे हैं। 20 मार्च को रामगढ़ के प्रसिद्ध व्यवसायी एवं समाजसेवी विजय मेवाड़ ने इन पदयात्रियों से भेंट की और उन्हें आर्थिक सहयोग दिया। विजय मेवाड़ का कहना है कि इस तरह के कार्यों को प्रोत्साहन मिलते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज में आम लोगों द्वारा गंदगी फैलाई जाती है और उस गंदगी को सफाईकर्मी साफ करते हैं। इससे बढ़कर समाज सेवा और क्या हो सकती है।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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