फाइनेंशियल ऐक्शन टास्क फोर्स (FATF) की स्टडी का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस का एक के बाद एक भ्रष्टाचार का मॉडल सामने आ रहा है। कभी नेशनल हेराल्ड, कभी दूसरा, कभी तीसरा। बता दें कि एफएटीएफ टेरर फंडिंग वॉचडॉग एजेंसी है जिसने हाल ही में कारोबारी राणा कपूर को लेकर स्टडी की है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सीधा आरोप लगाया कि यस बैंक के को-फाउंडर राणा कपूर को प्रियंका गांधी वाड्रा की एक पेंटिंग खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ा था। उन्होंने सवाल पूछा कि कितने पद्म अवॉर्ड और पेंटिंग बेचकर पैसे जुटाए गए।
कांग्रेस राज में पद्मभूषण भी बिकते थे।
यस बैंक के पूर्व CEO राणा कपूर पर दबाव बना कर 2 करोड़ में प्रियंका गांधी की पेंटिंग ख़रीदने में/उस पैसे का उपयोग करने में कौन लोग शामिल हैं?
इस ख़रीद फ़रोख़्त में “R” कौन है?
FATF की रिपोर्ट पर चुप क्यों है गांधी परिवार? pic.twitter.com/VcLtavGuDJ
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) March 13, 2023
अनुराग ठाकुर ने कहा- मेरा प्रियंका गांधी से सवाल है कि किसने राणा कपूर को पेंटिंग खरीदने के लिए 2 करोड़ रुपये रिश्वत देने के लिए मजबूर किया? मिस्टर आर कौन है जो इसमें शामिल थे, वह विदेश में है या फिर देश में।’ क्या यह पेंटिंग पद्म भूषण के लिए थी? कितने पद्म अवॉर्ड, पेंटिंग बेची गईं और पैसे जुटाए गए?
अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘यह कांग्रेस के भ्रष्टाचार का नया मॉडल है। एफएटीएफ ने इसकी केस स्टडी प्रकाशित की है जिसमे दिखाया गया है कि किस तरह से यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री प्रियंका गांधी की सामान्य सी पेंटिंग दो करोड़ रुपये में खरीदने में मजबूर कर देते थे। प्रियंका गांधी जी मेरा आपसे सवाल है कि वह पेंटिंग बेचने की जरूरत क्यो पड़ी। उस पेंटिंग से जो दो करोड़ रुपये लिए किसपर खर्च किए गए।
अनुराग ठाकुर येस बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर की बात कर रहे थे जिन्हें दो करोड़ रुपये में पेंटिंग बेची गई थी। यह पेंटिंग एमएफ हुसैन की थी। ईडी इस मामले में जांच कर रही है। एफएटीएफ की रिपोर्ट में कहा गया है कि उस समय तत्कालीन सरकार के बड़े नेता के खास संबंधी से एक बैंकर को ज्यादा कीमत में पेंटिंग खरिदवाई गई। इसमें किसी का नाम नहीं लिया गया है बल्कि मिस्टर ए और मिस्टर आर लिखा गया है। इसी की बात करते हुए ठाकुर ने कहा कि प्रियंका गांधी को मिस्टर ए के बारे में बताना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘जांच से पता चला है कि पद्म भूषण पुरस्कार प्राप्त करने के लिए किकबैक का भुगतान करने के लिए एक भारतीय ‘बैंकर’ ने कांग्रेस के एक सदस्य के ‘करीबी रिश्तेदार’ भारी रिश्वत दी। उन्होंने इस पेंटिंग के बदले में 264,000 डॉलर दिए, जांच में पता चला कि ये पेंटिंग की कीमत से बहुत ज्यादा है। ये रकम पेंटिंग के लिए नहीं बल्कि पद्म भूषण पुरस्कार पाने के लिए रिश्वत थी। इस मामले में केस चल रहा है और बैंकर मार्च 2020 से न्यायिक हिरासत में हैं।
अनुराग ने आगे कहा- क्या पैसे के बदले पद्मभूषण, क्या पेंटिंग के बदले पद्मभूषण ये कांग्रेस का भ्रष्टाचार मॉडल है? और कितने राष्ट्रीय सम्मान आपने पैसे के बदले बेचे हैं? भारत को बेचने का कोई भी मौका आपने नहीं छोड़ा होगा। आज देश हीं नहीं पूरी दुनिया आपके भ्रष्टाचार के ऊपर सवाल पूछ रही है। प्रियंका जी को देश को जवाब देना चाहिए कि और ऐसे कितने भ्रष्टाचार के मॉडल कांग्रेस के पास हैं?
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