झारखंड के साहिबगंज जिले में लव जिहाद के मामले बढ़ते जा रहे हैं। मुसलमान युवक जनजातीय समाज की युवतियों को प्रेमजाल में फंसा रहे हैं, उनकी तस्करी कर रहे हैं और जिस युवती को उनकी असलियत पता चलती है, उसकी हत्या तक कर देते हैं।
झारखंड में लव जिहादियों का दुस्साहस बढ़ता ही जा रहा है। प्रदेश का साहिबगंज जिला लव जिहादियों का अड्डा बन चुका है। इनके निशाने पर मुख्य तौर से जनजातीय समाज की युवतियां रहती हैं। ताजा मामला साहिबगंज जिले के बरहेट थाना क्षेत्र का है। यहां एक जनजातीय समाज की महिला को अरबाज आलम नाम के एक मानव तस्कर ने सोशल मीडिया के माध्यम से पहले अपने प्रेमजाल में फंसाया। उसके बाद एक दिन उसे अपने घर बुलाकर 50,000 रुपये में बेचने का सौदा करने लगा। जब लड़की को उसके षड्यंत्र का पता चला तो उसने विरोध किया। इसके बाद अरबाज और उसके साथियों ने मिलकर युवती की हत्या कर दी और उसके शव पर पेट्रोल डाल कर आग लगा दी। इसके बाद अरबाज और उसके साथी फरार हो गए। हालांकि अब 14 महीने के बाद अरबाज और उसके सभी साथियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
जानकारी के अनुसार 26 वर्षीया सुशीला हांसदा बरहेट थाना क्षेत्र के संजोड़ी गांव की रहने वाली थी। पिछले वर्ष 11 जनवरी, 2022 को सुशीला अपनी सहेली प्रमिला के पास दुमका जाने की बात कह कर अपने घर से निकली थी, उसके बाद वह घर नहीं लौटी। अब पता चला है कि 12 जनवरी, 2022 को शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के भुगतानडीह गांव के जंगल में अरबाज आलम और उसके साथियों ने सुशीला की निर्मम हत्या कर दी थी। अरबाज देवघर जिले के पालोजोरी थाना क्षेत्र का रहने वाला है। मृतका के भाई जॉनसन हांसदा को अरबाज आलम पर शक था। जॉनसन हांसदा के बयान के आधार पर पुलिस ने अरबाज आलम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर मामले के अनुसंधान को आगे बढ़ाया। अब पुलिस की मेहनत सफल हुई और सभी आरोपी पकड़े गए। झारखंड पुलिस के अनुसार इस हत्या में सुशीला का कथित प्रेमी अरबाज, उसकी पत्नी रेहिना बीवी उर्फ मिसलता टुडू, प्रियंका मुर्मू और साहिल अंसारी शामिल थे।
पुलिस ने अरबाज आलम और उसकी पत्नी मिसलता टूडू उर्फ रेहिना बीवी को केरल से गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से दो युवतियों को भी बरामद किया गया है। बताया जा रहा है कि इन्हें अरबाज ने केरल में बेच दिया था।
इस पूरे मामले में यही पता चल रहा है कि अरबाज पहले भी कई लड़कियों को अपना शिकार बना चुका है। यहाँ तक कि उसकी पत्नी मिसलता टूडू उर्फ रेहिना बीवी भी जनजातीय समाज की ही है।
इस मामले में भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड का संथाल परगना क्षेत्र लव जिहादियों के लिए सबसे सुरक्षित क्षेत्र बन रहा है। यहाँ के विधायक खुद प्रदेश में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हैं। जब मुख्यमंत्री अपने गृह जिले को नहीं संभाल पा रहे हैं, तो पूरे राज्य की क्या स्थिति होगी, इसका आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है। बाबूलाल ने कहा है कि साजिशों की ये जड़ें काफी गहरी हैं। उन्होंने आशंका जताई है कि जमीन और लव जिहाद के तार अंतरराष्ट्रीय संगठनों से जुड़े हो सकते हैं। उहोंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कहा है कि कम से कम अपने क्षेत्र को तो संभालिए।
मैं पहले से ही कह रहा हूं कि झारखंड का संथाल परगना क्षेत्र लव जिहादियों के लिए सबसे सेफ जोन बन रहा है। कल लव जिहाद के माध्यम से मानव तस्करी करने वाले 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
पिछले वर्ष मानव तस्कर अरबाज ने मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र बरहेट की आदिवासी युवती सुशीला को…
— Babulal Marandi (@yourBabulal) March 13, 2023
आपको बता दें कि दुमका, साहिबगंज सहित पूरे संथाल परगना में बेहिसाब जनसांख्यिकी बदलाव के बाद जनजातीय समाज का अस्तित्व अब खतरे में है। यहाँ जानबूझकर जनजातीय समाज की लड़कियों को अपने प्रेमजाल में फंसाकर या तो उनकी जमीन हड़प ली जा रही है या फिर उनकी तस्करी कर उन्हें झारखंड के बाहर बेच दिया जा रहा है।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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