गोवा के जंगलों में लगी आग शनिवार को सातवें दिन भी बढ़ती जा रही है। आग पर काबू पाने के लिए भारतीय वायु सेना और नौसेना के हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं। घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय सक्रिय हो गया है। रक्षा मंत्रालय ने गोवा के महादेई वन्यजीव अभयारण्य में लगी आग पर काबू पाने के लिए वायु सेना और नौसेना से पूरी मदद दिलाने का भरोसा दिया है, जिस पर पीएमओ भी करीबी नजर रखेगा।
गोवा के वन्यजीव अभयारण्य और आसपास के इलाकों के कुछ हिस्सों में शनिवार को सातवें दिन भी जंगल में आग लगी रही। जंगल के 11 हिस्सों में लगी आग बुझाने के लगातार प्रयास चल रहे हैं। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने स्थिति की निगरानी के लिए 07 मार्च को ही राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ बैठक करके वायु सेना और नौसेना से सहायता मांगी थी। जिला प्रशासन के अनुरोध पर भारतीय नौसेना ने आग पर काबू पाने के लिए अपने संसाधन लगा दिए। क्षेत्र का सर्वेक्षण करने और आग का पता लगाने के लिए 07 मार्च को ही एक डोर्नियर उड़ाया गया था।
इस ऑपरेशन के लिए हेलीकॉप्टरों में उपयोग किए जाने वाले विशेष गियर लार्ज एरिया एरियल लिक्विड डिस्पर्सन इक्विपमेंट को मुंबई और कोच्चि से मंगवाया गया। नौसेना के हेलीकॉप्टर राज्य के अधिकारियों और वन अधिकारियों के समन्वय में 07 मार्च से इस अभियान में लगे हुए हैं। नौसेना के सीकिंग हेलीकॉप्टरों ने 08-09 मार्च को भी कई मिशनों में उड़ान भरी और प्रभावित क्षेत्रों म्हादेई, कोर्टालिम और मोरलेम में 26 उड़ानें भरकर लगभग 17 टन पानी का छिड़काव किया। नौसेना ने हेलीकॉप्टरों के जरिये 08 मार्च को इस जटिल ऑपरेशन में पास के जल निकाय से पानी लाकर दुर्गम प्रभावित क्षेत्र में छोड़ने का मिशन लांच किया था।
नौसेना के इस अभियान में सर्वेक्षण और अग्निशमन के लिए भारतीय वायु सेना ने भी अपने एमआई-17 हेलीकॉप्टरों को तैनात कर दिया है। दक्षिणी एयर कमान से एक एमआई-17 हेलीकॉप्टर तैनात करने के बाद भारतीय वायु सेना ने 09 मार्च को गोवा में आग प्रभावित क्षेत्रों में बाम्बी बकेट ऑपरेशन के लिए वायु सेना के सुलुर स्टेशन के एक और एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर को तैनात किया। एमआई-17 हेलीकॉप्टरों ने लगभग सात घंटे तक कई मिशनों में उड़ान भरी और आग बुझाने के लिए विभिन्न स्थानों पर लगभग 22 हजार लीटर पानी का छिड़काव किया है। वायु सेना इस मिशन में भारतीय नौसेना और नागरिक प्रशासन के साथ निकटता से समन्वय कर रही है।
इधर, राज्य के वन मंत्री विश्वजीत राणे ने शनिवार को ट्विटर पर जानकारी साझा की है कि घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय सक्रिय हो गया है। राणे ने सोशल मीडिया पर साझा किया कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने उन्हें सूचित किया है कि गोवा के महादेई वन्यजीव अभयारण्य में लगी आग बुझाने में रक्षा मंत्रालय पूरी मदद करेगा और पीएमओ स्थिति की बारीकी से निगरानी करेगा। राणे ने दावा किया है कि यह आग मानव निर्मित है और नियमों का उल्लंघन करने वालों के लिए वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।
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