अमेरिका भी आर्थिक संकट से दो-चार हो रहा है। देश के शीर्ष सोलह बैंकों में शामिल सिलिकॉन वैली बैंक को बंद कर दिया गया है। तकनीकी स्टार्टअप को कर्ज देने के लिए प्रसिद्ध सिलिकॉन वैली बैंक के वित्तीय संकट का असर पूरी दुनिया के शेयर बाजारों में हुआ और बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।
अमेरिका में नया बैंकिंग संकट शुरू हो गया है। वहां की शीर्ष 16 बैंकों में शुमार सिलिकॉन वैली बैंक (एसवीबी) को नियामक ने तत्काल बंद कर दिया है। तकनीकी स्टार्टअप को कर्ज देने के लिए मशहूर एसवीबी फाइनेंसियल ग्रुप के संकट ने पूरी दुनिया के शेयर बाजारों में शुक्रवार को हलचल मचा दी और बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में गिरावट आ गई।
यहां वित्तीय संकट की खबरें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। कैलिफोर्निया के बाद अब सिलिकॉन वैली बैंक का संकट सामने आया है। जमाकर्ताओं का धन सुरक्षित करने के लिए अमेरिकी बैंकिंग नियामक ने सिलिकॉन वैली बैंक को तत्काल बंद कर दिया है। बैंकिंग नियामक की ओर से जारी बयान में कहा गया कि संघीय जमाकर्ता बीमा निगम को सिलिकॉन वैली बैंक का रिसीवर नियुक्त किया गया है। अब इस बैंक की 210 अरब डॉलर की संपत्तियों को बेचा जाएगा। संघीय जमाकर्ता बीमा निगम ने एक बयान जारी कर कहा कि सिलिकॉन वैली बैंक की सभी शाखाएं 13 मार्च को खुलेंगी और सभी निवेशक अपने खाते का संचालन कर सकेंगे।
इस घटनाक्रम के बाद सिलिकॉन वैली बैंक के शेयरों में 66 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गयी। इस कारण पूरी दुनिया में बैंकों के शेयरों में गिरावट देखी गयी। इस संकट का असर भारतीय स्टार्टअप की दुनिया पर भी पड़ सकता है। सिलिकॉन वैली बैंक ने पेटीएम, नापतोल, ब्ल्यूस्टोन जैसे 21 स्टार्टअप में निवेश कर रखा है। कई वेंचर कैपिटल कंपनियों का भी सिलिकॉन वैली बैंक से समझौता है। ऐसे में भारतीय बाजार में भी इस बैंक के बंद होने से हलचल देखी जा सकती है।
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