प्रयागराज कांड से पहले ही बरेली में जड़े जमा चुके माफिया अतीक गैंग से सपा नेता लल्ला गद्दी के साथ सपा के एक पूर्व मंत्री के कनेक्शन भी सामने आए हैं। समाजवादी सरकार में मंत्री रह चुके बरेली के नेता ने अशरफ गुर्गों का मुस्लिम बहुल इलाके में ठिकाना बनवाया था और बरेली जेल में बंद अशरफ के साले सद्दाम से अपने परिवार की बेटी का रिश्ता भी तय करा दिया था। शासन के निर्देश पर कार्यवाहक डीआईजी आरएन पांडेय ने जेल में षडयंत्र मामले की जांच शुरू कर दी है। 48 घंटे के अंदर वह शासन को अपनी रिपोर्ट सौंपेगे।
प्रयागराज कांड की साजिश बरेली जेल में रचे जाने की जानकारी सामने आते ही यूपी एसटीएफ की टीमों ने बरेली में कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस और एसटीएफ ने माफिया गैंग के मददगारों की धरपकड़ शुरू कर दी है। माफिया अतीक का गुर्गा सपा नेता लल्ला गद्दा और अशरफ का साला सद्दाम बरेली में केस दर्ज होने के बाद से फरार हैं। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि सपा नेता लल्ला गद्दी और सपा के एक पूर्व मंत्री ने अशरफ के साले सद्दाम को मुस्लिम खुशबू एन्क्लेव कालोनी में मकान दिलवाया था। पूर्व मंत्री के परिवार की युवती सद्दाम से मिलने से अक्सर वहां आती देखी जाती थी। बताया जाता है कि सद्दाम से उसके प्रेम सम्बंध हो गए थे। सपा नेता लल्ला गद्दी ही पूर्वांचल से आने वाले अतीक गैंग के सदस्यों को जेल में ले जाकर बंदीरक्षक शिवहरि के जरिए अशरफ से मुलाकातें कराता था और गुपचुप मुलाकातें जेल के रिकार्ड में नहीं आने दी जाती थीं।
पहले ही कई मुकदमों में जेल जा चुका लल्ला गद्दी का खेल सामने आने के बाद पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश में जुटी है। सूत्रों का कहना है कि जेल में रचे गए षडयंत्र सपा नेता लल्ला गद्दी अकेला नहीं है। उसके कई साथी भी इस खेल में शामिल हैं। जांच एजेंसियां उसके गुनाहों की पूरी कुंडली तैयार करने में लगी है, ताकि राजनीति का चोला पहनकर गुनाह पर गुनाह करने वाले इस सफेदपोश क्रिमिनल को कानून की भाषा में ढंग से सबक सिखाया जा सके। सूचना ये भी है कि पुलिस से बचने को लल्ला गद्दी नेपाल भी भाग सकता है, इसलिए सीमावर्ती जिलों की पुलिस को उसके बारे में जानकारी देकर नजर रखने को कहा गया है। फिलहाल कार्यवाहक डीआईजी कारागार आरएन पांडेय जेल में षडयंत्र की जांच में जुटे नजर आ रहे हैं।
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