प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री से आज द्विपक्षीय वार्ता के दौरान हिन्दू मंदिरों पर हो रहे हमलों का मुद्दा उठाया। उन्होंने संयुक्त प्रेस वक्तव्य के दौरान कहा कि भारत के लोगों की भावनाओं और चिंताओं से उन्हें अवगत कराया है। यह आश्वासन दिया गया है कि भारतीयों की सुरक्षा को ऑस्ट्रेलिया विशेष प्राथमिकता देता है।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री चार दिवसीय यात्रा पर भारत आए हैं। शुक्रवार को उनका राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया। इसके बाद दोनों नेताओं ने दिल्ली के हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय व प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की।
वार्ता के बाद संयुक्त वक्तव्य के दौरान प्रधानमंत्री ने हिन्दू मंदिरों पर हमले के मुद्दे पर हुई चर्चा की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह खेद का विषय है कि पिछले कुछ हफ्तों से ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हमलों की खबरें नियमित रूप से आ रही हैं।
आगे मोदी ने कहा कि स्वाभाविक है कि ऐसे समाचार भारत में सभी लोगों को चिंतित करते हैं, हमारे मन को व्यथित करते हैं। हमारी इन भावनाओं और चिंताओं को मैंने प्रधानमंत्री एल्बनीसि के समक्ष रखा और उन्होंने मुझे आश्वस्त किया है कि भारतीय समुदाय की सुरक्षा उनके लिए विशेष प्राथमिकता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और आस्ट्रेलिया की साझेदारी विश्व चुनौतियों और कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है। सुरक्षा सहयोग हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। आज हमारे बीच इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में मैरीटाइम सिक्योरिटी और आपसी रक्षा व सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई। सुरक्षा एजेंसियों के बीच भी नियमित और उपयोगी सूचनाओं का आदान-प्रदान होता है। हमने इसे अधिक सुदृढ़ करने पर चर्चा की।
उन्होंने कहा कि पिछले साल लागू हुए व्यापार समझौते- ईसीटीए से दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश के बेहतर अवसर खुले हैं। हमारी टीमें व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते पर भी काम कर रही हैं।
उल्लेखनीय है कि मई में क्वाड देशों की बैठक में शामिल होने प्रधानमंत्री ऑस्ट्रेलिया जायेंगे। वहीं ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री सितंबर में एक बार फिर जी-20 देशों के सम्मेलन में भाग लेने भारत आयेंगे। दोनों नेताओं ने वक्तव्य के दौरान इसकी भी जानकारी दी।
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