‘द कॉर्बेट फाउंडेशन’ के चेयरमैन दिलीप खटाऊ का 81 वर्ष की आयु में मुंबई में निधन हो गया। दिलीप खटाऊ एक जाने माने व्यवसायी एवं बाघ प्रकृति प्रेमी थे। वो इन्फिनिटी रेसॉर्टस ग्रुप एवं ‘द कॉर्बेट फाउंडेशन’ के चेयरमैन थे।
कॉर्बेट टाइगर क्षेत्र में पर्यटन व्यवसाय करने वाले बहुत कम ही उद्योगपतियों ने स्थानीय समाज की मदद के लिए हाथ बढ़ाया। खटाऊ ने वनों एवं वन्य जीवों के संरक्षण हेतु समर्पित संस्था “द कॉर्बेट फाउंडेशन” की स्थापना 1 अप्रैल 1994 को ढिकुली, रामनगर में की थी। विगत तीस वर्षों में संस्था ने करोड़ों रुपए पशु क्षति मुआवजे में बांटे और अस्पताल, चिकित्सा वाहन, दवा आदि में निकटवर्ती गांवों के ग्रामीणों को मदद पहुंचाई है।
दिलीप खटाऊ द्वारा फाउंडेशन की स्थापना तब की गई थी जब लोगों को पर्यावरण संरक्षण के बारे में न इतनी जागरुकता थी और न ही कोई बड़ा कॉर्पोरेट घराना या व्यवसायी इस बारे में सोचता था। वर्तमान में फाउंडेशन की शाखाएं उत्तराखंड (कॉर्बेट) के अलावा मध्यप्रदेश में कान्हा, बांधवगढ़, असम (काजीरंगा), गुजरात (कच्छ) में हैं। इसके अतिरिक्त फाउंडेशन मणिपुर, महाराष्ट्र, राजस्थान और कर्नाटक में भी प्रकृति संरक्षण के कार्य कर रहा है। वह नेशनल बोर्ड फॉर वाइल्डलाइफ के सदस्य भी रहे।
दिलीप खटाऊ भारत सरकार द्वारा बाघों के संरक्षण के लिए बनाई गई विभिन्न समितियों के सदस्य भी रहे। एनटीसीए में भी उनके सुझावों को बेहद गौर से सुना जाता रहा है।
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