पाकिस्तान अधिक्रांत जम्मू—कश्मीर में वहां की सरकार ने स्कूल—कॉलेज की छात्राओं और शिक्षिकाओं के लिए नया तालिबानी फरमान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि सभी छात्राएं और उन्हें पढ़ाने वाली शिक्षिकाएं हिजाब जरूर पहनें, नहीं तो उनके साथ सख्ती बरती जाएगी।
तालिबानी रवैया अपनाते हुए जारी किए गए इस फरमान से पीओजेके की छात्राओं में आक्रोश पैदा हुआ है। कॉलेजों में हिजाब पहनना जरूरी करने को लेकर वहां इसे सरकार की तालिबानी जबरदस्ती माना जा रहा है। बता दें कि पाकिस्तान के पीओजेके क्षेत्र में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई की अगुआई वाली सरकार का राज है। इसी सरकार ने संभवत: पड़ोसी अफगानिस्तान के कट्टर इस्लामी तालिबान शासकों के नक्शेकदम पर चलने का मन बना लिया है।
सूचना में लिखा गया है कि सह-शिक्षण संस्थानों में लड़कियों और वहां पढ़ाने वाली महिला शिक्षकों को हिजाब पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। इस आदेश का पालन न होने पर उस स्कूल—कॉलेज के प्रमुख के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी।
पीओजेके में पीटीआई पार्टी द्वारा इस महिला विरोधी एजेंडे को लागू करने के पीछे क्या है, इसे लेकर लोगों में अलग अलग तरह की बातें चल निकली हैं। अधिकांश का मानना है कि यह सरकार भी तालिबान जैसी इस्लामवादी दिखने को आतुर है। उल्लेखनीय है कि सरकार का यह फरमान फिलहाल सह-शिक्षा संस्थानों में लागू किया गया है जहां लड़के—लड़कियां साथ पढ़ते हैं। लड़कियों के साथ ही महिला शिक्षकों को भी अब हिजाब पहनकर पढ़ाना होगा। इस बारे में पीओजेके सरकार ने सरकारी सूचना जारी कर दी है।
इस सूचना में लिखा गया है कि सह-शिक्षण संस्थानों में लड़कियों और वहां पढ़ाने वाली महिला शिक्षकों को हिजाब पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। इस आदेश का पालन न होने पर उस स्कूल—कॉलेज के प्रमुख के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी। इस बारे में समा न्यूज पोर्टल ने विस्तार से जानकारी दी है।
जैसा पहले बताया, कई स्थानीय लोगों ने पीटीआई सरकार के इस फैसले को गलत कदम बताया है। एक स्थानीय महिला पत्रकार ने फरमान को गैरजरूरी बताते हुए कहा है कि महिलाओं को यह हक दिया जाना चाहिए कि अपनी पंसद—नापसंद का फैसला खुद करें। अपने ट्वीट में पत्रकार मारियाना लिखती हैं कि वहां की सरकार महिलाओं और पुरुषों पर अपना फरमान चलाना बंद करे।
वहीं कुछ अन्य इस फरमान को तालिबानी फरमान बता रहे हैं। पड़ोसी देश अफगानिस्तान में जिस तरह तालिबान ने पिछले साल बंदूक के दम पर कुर्सी हथियाने के साथ ही महिलाओं के लिए हिजाब पहनना जरूरी करने के साथ ही उन पर तमाम तरह की पाबंदियां लगा दी हैं, ठीक वैसी ही मंशा अब पीओजेके सरकार की दिखती है। लोग सरकार के इस ताजा कदम से बेकश नाराज हैं।
स्थानीय लोग कह रहे हैं कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी जवाब दें कि पीओजेके में उनकी सरकार तालिबान राज क्यों लागू कर रही है। जैसा पहले बताया, पीओजेके में उन्हीं इमरान खान की पार्टी पीटीआई की सरकार है जिन्होंने अफगानिस्तान में तालिबान का राज दुबारा आने पर उसकी प्रशंसा की थी।
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