जनपद हाथरस की घटना की आड़ में दंगे फैलाने की साजिश करने के संबंध में थाना मांट मथुरा पर दर्ज अभियोग में वांछित चल रहे प्रतिबन्धित संगठन पापुलर फ्रंट ऑफ इण्डिया (पीएफआई) के सक्रिय सदस्य व 25 हजार के इनामी कमाल के.पी. को जिला मल्लमपुरम केरल से गिरफ्तार किया गया।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में हिंसक दंगे भड़काने के उद्देश्य से 5 अक्टूबर 2020 को प्रतिबन्धित पीएफआई संगठन से जुड़े व्यक्तियों को जनपद हाथरस जाते समय टॉल प्लाजा मांट, मथुरा पर अतीकुर्रहमान निवासी नगला थाना रतनपुरी जनपद मुजफफरनगर, आलम निवासी घेर फतेहखान जनपद रामपुर, सिददीक कप्पन निवासी चरौर थाना वैगरा जनपद मालापुरम, केरल, मसूद निवासी कस्बा जरवल रोड थाना जरवल जनपद बहराइच को गिरफ्तार किया गया था। इस अभियोग की विवेचना उत्तर प्रदेश एसटीएफ की नोएडा यूनिट द्वारा की जा रही है। उपरोक्त अभियोग में अभियुक्त कमाल के.पी. वांछित चल रहा था, जिसके विरूद्ध विशेष न्यायालय एनआईए-एटीएस लखनऊ द्वारा गैर जमानती वारंट भी जारी किया गया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा के स्तर से अभिुयक्त कमाल के.पी. की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था।
एसटीएफ को ज्ञात हुआ कि अभियुक्त कमाल के.पी. मल्लमपुरम, केरल में रह रहा है। एसटीएफ की टीम ने अभियुक्त कमाल के.पी. को स्थानीय पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार कर लिया।
कमाल के. पी. प्रतिबंधित संगठन पापुलर फ्रन्ट ऑफ इण्डिया (पीएफआई) के शीर्षस्थ पदाधिकारियों में शामिल है एवं पीएफआई के दिल्ली मुख्यालय पर ऑफिस सेक्रेट्री के पद पर रहा है। पीएफआई के कई महत्वपूर्ण एवं गुप्त गतिविधियों को संचालित करने में इसकी भूमिका थी। विवेचना के दौरान एक वाईस नोट प्राप्त हुआ था जो अभियुक्त कमाल के.पी. को सितम्बर 2020 में भेजा गया था, जिसमें कोड भाषा का प्रयोग करते हुए केरल में एक गुप्त मीटिंग के आयोजन होने की बात थी तथा अभियुक्त सिद्दीक कप्पन के द्वारा इस वाईस नोट को सुनकर कमाल के.पी. को डिलीट करने के लिए भी कहा गया था। इस गुप्त मीटिंग में अभियुक्त रउफ शरीफ, अन्सद बदरूदीन, सिद्दीक कप्पन के साथ अभियुक्त कमाल के.पी. भी शामिल हुआ था, जिसमें उत्तर प्रदेश में मौका मिलते ही दंगे भड़काने की योजना बनाई गई थी।
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