मेरठ। पूर्व सांसद और पूर्व एमएलए हाजी याकूब कुरैशी की मीट पैकेजिंग फैक्ट्री को एक बार फिर से एमडीए ने सील कर दिया है। कोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन ने करीब साल भर से फ्रीज में पड़ा करीब तीन करोड़ का मांस बाहर करवा दिया है। ये माल बाहर जाते ही प्रशासन ने फिर से फैक्ट्री में सील लगा दी है।
हाजी याकूब कुरैशी की मीट पैकेजिंग फैक्ट्री में पिछले साल मार्च में मेरठ प्रशासन ने सील लगाई थी। आरोप था कि याकूब बिना अनुमति के पैकेजिंग प्लांट चला रहा था। इस मामले में सत्रह लोग नामजद हुए और याकूब कुरैशी और उसके परिजनों पर गैंगस्टर एक्ट भी लगाया गया था। हाजी याकूब कुरैशी कई महीने तक फरार रहा और उस पर सरकार ने इनाम भी घोषित किया। पिछले माह उसके बेटे के द्वारा दी गई सूचना पर उसे दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। बीते समय में हाजी याकूब कुरैशी ने अपनी अग्रिम जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट तक कोशिश की किंतु कहीं से भी राहत नहीं मिली थी।
हाजी याकूब के वकीलों ने कोर्ट में दलील दी है कि यहां जब्त माल आपत्तिजनक नहीं है और इसका मालिक कोई और है। जिसपर कोर्ट ने प्रशासन को मांस के मानक जांच के बाद रिलीज करने के आदेश दिए थे। प्रशासन ने मांस के नमूने लिए और करीब तीन करोड़ का माल मांस मालिक के सुपुर्द कर दिया जिसे कंटेनर के जरिए बाहर निकाल लिया गया, अभी भी करीब दो करोड़ का मांस वहां रखा हुआ है जिसकी मानक रिपोर्ट आनी शेष है। प्रशासन की ओर से एमडीए ने फिलहाल फिर से पैकेजिंग फैक्ट्री को सील कर दिया है।
हाजी याकूब पर कई मामले दर्ज हैं जिन पर सुनवाई चल रही है। अभी केवल दो मामलों में उसे जमानत मिली है और उसके व परिजनों के पासपोर्ट भी जमा करने के आदेश जारी हुए हैं।
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