24 फरवरी को रूस को यूक्रेन पर चढ़ाई किए एक साल पूरा हुआ है। हालांकि अभी भी युद्ध का कोई ओर—छोर नजर नहीं आ रहा है। लेकिन दोनों ही पक्ष सामने वाले को ‘ज्यादा नुकसान पहुंचाया’ के दावे कर रहे हैं। ऐसे में एक डॉक्यूमेंट्री आई है जिसमें यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की द्वारा रूस के राष्ट्रपति पुतिन के बारे में कही गई एक बात चर्चा का विषय बन गई है। जेलेंस्की इस डॉक्यूमेंट्री में दावा करते दिख रहे हैं कि ‘रूस के राष्ट्रपति के करीबी ही एक दिन उनकी जान ले लेंगे।
यूक्रेन के राष्ट्रपति का यह बयान जिस डॉक्यूमेंट्री में है उसका नाम है ‘ईयर’ यानी ‘साल’। जैसा पहले बताया, ये रूस-यूक्रेन युद्ध के एक साल पूरा होने पर आधारित है। अमेरिका की सुप्रसिद्ध पत्रिका ‘न्यूजवीक’ में इस डॉक्यूमेंट्री के बारे में विस्तार से छापा गया है।
24 फरवरी, 2022 को यह युद्ध शुरू हुआ था। रूस के टैंकों के धड़धड़ाते हुए यूक्रेनी शहरों में दाखिल होने की वे तस्वीरें लोगों को भूली नहीं हैं। उसके बाद यूक्रेन के एक के बाद एक शहर ढहते दिखे। दोनों पक्षों को जबरदस्त हानि पहुंची है तो भी युद्ध कहीं थमता नहीं दिख रहा है। अभी तक की लड़ाई में दोनों ही देश दावा कर रहे हैं कि वे जीत रहे हैं।
अमेरिका की ‘न्यूजवीक’ पत्रिका में छपे विस्तार के अनुसार, उक्त डॉक्यूमेंट्री में राष्ट्रपति जेलेंस्की कहते दिखते हैं कि ‘वह दिन ज्यादा दूर नहीं है, जब राष्ट्रपति पुतिन के नजदीकी लोग ही उनके विरुद्ध काम करते दिखेंगे। रूस के अंदर से उनके विरुद्ध आवाजें उठेंगी। यह मौका होगा जब राष्ट्रपति पुतिन का कोई नजदीकी ही उनकी जान ले लेगा। वे मेरे शब्दों को याद रखें’। लेकिन ऐसा किस दिन होगा, इस बारे में उनका कहना है वे कुछ नहीं कह सकते।
डॉक्यूमेंट्री में राष्ट्रपति जेलेंस्की कहते हैं कि ‘वह दिन ज्यादा दूर नहीं है, जब राष्ट्रपति पुतिन के नजदीकी लोग ही उनके विरुद्ध काम करते दिखेंगे। रूस के अंदर से उनके विरुद्ध आवाजें उठेंगी। यह मौका होगा जब राष्ट्रपति पुतिन का कोई नजदीकी ही उनकी जान ले लेगा। वे मेरे शब्दों को याद रखें’।
यूक्रेन के राष्ट्रपति के इस बयान पर लोगों में चर्चा चल निकली है, क्योंकि मीडिया में कई दिन से ऐसे समाचार देखने में आए हैं कि पुतिन के करीब के कुछ अधिकारी यूक्रेन युद्ध तथा मास्को की नीतियों को लेकर संतुष्ट नहीं हैं। जितना युद्ध लंबा खिंच रहा है, उतना ही इनमें गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
इधर जैसा सब जानते ही हैं, पुतिन ने गत दिनों अपने देश के नाम संबोधन किया था। उनका कहना था कि इस युद्ध का जिम्मेदार अमेरिका ही है। यूक्रेन में रहने वाले रूस के विपक्षी नेता ने भी पुतिन के ‘गिनती के दिन’ बचे होने की बात कहकर सनसनी फैला दी थी। इस विपक्षी नेता ल्या पोनोमारेव का गत माह दावा था कि पुतिन की इसी साल 7 अक्तूबर से पहले जान चली जाएगी। पुतिन के कट्टर विरोधी नेता पोनोमारेव का कहना है कि रूस के राष्ट्रपति चाहे जो कर लें, पर अपना 71वां जन्मदिन नहीं मना सकेंगे। विपक्षी नेता को लगता है कि राष्ट्रपति पुतिन की जान लेने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। उनके करीबी व्यक्ति ही उनकी मौत के जिम्मेदार होंगे।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम का मीडिया ऐसी अनेक रिपोर्ट छाप चुका है जिसमें राष्ट्रपति पुतिन को कैंसर तथा पार्किन्सन जैसे विकट रोगों से ग्रस्त होने के दावे किए गए हैं। यहां तक कहा गया कि पुतिन इन बीमारियों के चलते किसी भी वक्त होश गंवा सकते हैं। रूस की सरकार की तरफ से ऐसे सभी दावों को बेबुनियाद ठहराया जा चुका है।
लेकिन पोनोमारेव जैसे नेता को लोग गंभीरता से लेते हैं। वे बहुत योग्य तथा जिम्मेदार माने जाते रहे हैं। वे संसद का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। 2007 से 2016 तक वे ऐसे सांसद के नाते जाने जाते थे जिन्होंने पुतिन की अनेक नीतियों का हर मंच पर मुखर विरोध किया था। साल 2014 में रूस के हमला बोलकर यूक्रेन के एक बड़े हिस्से क्रीमिया पर कब्जा करने के विरुद्ध पोनोमारेव ने सबसे पहले आवाज उठाई थी। उन्होंने संसद में खुलेआम इस चीज के विरुद्ध बोला था।
बताते हैं, उस दिन से ही वे पुतिन तथा रूस की सेना की आंखों की किरकिरी बन गए थे। उन्हें कई बार हिरासत में लेकर जेल में रखा गया। 2016 में वे अंतत: रूस से यूक्रेन जा बसे थे और वहीं के नागरिक बन गए थे।
‘न्यूजवीक’ पत्रिका को दिए साक्षात्कार में पोनोमारेव ने कहा कि पुतिन की पहचान एक ऐसे व्यक्ति के तौर पर है जिससे जीतना लगभग असंभव ही माना जाता है। लेकिन इसके बावजूद साल 2022 पुतिन तथा रूस के नजरिए से बहुत खराब रहा था। पोनोमारेव ने यह भी कहा कि वे अपनी इस बात पर अब भी टिके हैं कि पुतिन अपना अगला जन्मदिन नहीं मना सकेंगे। उनके नजदीकी व्यक्ति ही उनकी जान ले लेंगे।
ऐसे सब अपुष्ट समाचारों के बीच अमेरिका के सुप्रसिद्ध अखबार ‘द न्यूयॉर्क पोस्ट’ ने पिछले महीने ही रिपोर्ट छापी थी कि पुतिन अपने घर में सीढ़ियों से गिर गए थे। वे नीचे उतरते हुए संतुलन नहीं रख पाए और पैर रपट गया। उनके सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें संभाला। तब कहा गया था कि उन्हें कमर में नीचे की तरफ चोट आई थी। दावे ये भी किए गए हैं पुतिन को कथित कैंसर के कारण रूस के राष्ट्रपति को पेट के गंभीर रोग लग चुके हैं।
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