गत दिनों फिजी में आयोजित 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन के दौरान महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल की कृति ‘भारतबोध : सनातन और सामयिक’ का विमोचन विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने किया।
पुस्तक के चार खंड हैं-
भारत का शाश्वत बोध, एकात्मकता का अवलंबन,
भाषागत नीति और नीतिगत शिक्षा, ग्रामोत्थान से राष्ट्रोत्थान।
इस अवसर पर शिक्षा-संस्कृति उत्थान न्यास के सचिव श्री अतुल कोठारी, हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. हरमहेंद्र सिंह ‘बेदी’, त्रिपुरा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. गंगा प्रसाद परसाई, केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टी.वी. कट्टीमनी, सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. नीरजा ए. गुप्ता, प्रभात प्रकाशन के निदेशक प्रभात कुमार भी उपस्थित थे।
प्रभात प्रकाशन, नई दिल्ली से प्रकाशित इस पुस्तक का पुरोवाक् राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्री सुरेश सोनी ने लिखा है। पुस्तक के चार खंड हैं-भारत का शाश्वत बोध, एकात्मकता का अवलंबन, भाषागत नीति और नीतिगत शिक्षा, ग्रामोत्थान से राष्ट्रोत्थान।
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