अमेरिका में 2024 को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से अपनी उम्मीदवारी का ऐलना कर चुकीं निक्की हेली ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने बताया है कि अमेरिका हर साल एक मोटी राशि आतंकी पाकिस्तान, उसके आका चीन और इराक को पहुंचा रहा है। यह खुलासा निक्की ने पूरी जिम्मेदारी से न्यूयार्क टाइम्स में लिखे अपने लेख में किया है।
राष्ट्रपति पद की दावेदार दक्षिण कैरोलिना की गवर्नर रहीं, भारतवंशी निक्की हेली ने उसी आलेख में यह भी घोषणा की है कि यदि वे राष्ट्रपति बनीं तो दुश्मन देशों को भेजे जा रहे इस पैसे पर लगाम लगाएंगी। उन्होंने कहा कि अमेरिका के विरोधी देशों को सबक सिखाएंगी। रिपब्लिकन पार्टी की वरिष्ठ नेता निक्की ने फंडिंग के विषय को आगे बढ़ाते हुए कहा कि अगर उन्होंने सरकार बनाई तो सुनिश्चित करेंगी कि अमेरिका से घृणा करने वाले देशों को कोई फंडिंग न की जाए।
निक्की का पाकिस्तान और चीन के प्रति कड़ा रुख कोई नई चीज नहीं है। वे पहले भी पाकिस्तान और चीन की नीतियों की आलोचना कर चुकी हैं। अपने लेख ने निक्की ने यह स्पष्ट लिखा है कि पाकिस्तान, चीन और ईरान को अमेरिकी पैसा किस मद में जा रहा है।
हेली को इस बात का अफसोस है कि अमेरिका का जहां विरोध होता है उन पाकिस्तान और इराक को पैसा भेजा जा रहा है। वहां आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं। और तो और अमेरिका से दांत काटे की दुश्मनी रखने वाले चीन को अमेरिकी करदाताओं का पैसा जा रहा है। चीन अपने यहां जलवायु परिवर्तन को लेकर कुछ अजीबोगरीब गतिविधियां चला रहा है, उनमें अमेरिकी पैसा दिया जा रहा है।
निक्की हेली ने अपने चुनाव प्रचार की तैयारियां तेजी से शुरू कर दी हैं। अभी पिछले दिनों एक रिपोर्ट से पता चलता है कि हेली की लोकप्रियता राष्ट्रपति जो बाइडन से ज्यादा है। नि:संदेह इस रिपोर्ट ने हेली का उत्साह बढ़ाया है। वे लगातार बाइडन सरकार और उसकी नीतियों को आड़े हाथों ले रही हैं।
निक्की लिखती हैं कि ‘मैं ऐसे देशों को जा रही विदेशी सहायता में कटौती करूंगी, जो अमेरिका से घृणा करते हैं। अमेरिका एक मजबूत देश है जो जिसके नागरिकों के खून—पसीने की कमाई को बर्बाद नहीं किया जाना चाहिए। ऐसे देश जो जो हमारे विरोधी हैं, उनके प्रति हमारा व्यवहार वैसा ही होगा’।
रिपब्लिकन पार्टी की दमदार उम्मीदवार निक्की आगे लिखती हैं ‘मैं अमेरिका के दुश्मन देशों की मदद के लिए भेजे जा रहे पैसे पर पूरी तरह रोक लगाउंगी। बता दें कि बाइडन सरकार अमेरिका से एक मोटी राशि ‘मदद राशि’ के नाम पर चीन, पाकिस्तान, ईरान, बेलारूस, क्यूबा को भेज रही है। हेली को इस बात का अफसोस है कि अमेरिका का जहां विरोध होता है उन पाकिस्तान और ईरान को पैसा भेजा जा रहा है। वहां आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं। और तो और अमेरिका से दांत काटे की दुश्मनी रखने वाले चीन को अमेरिकी करदाताओं का पैसा जा रहा है। चीन अपने यहां जलवायु परिवर्तन को लेकर कुछ अजीबोगरीब गतिविधियां चला रहा है, उनमें अमेरिकी पैसा दिया जा रहा है।
निक्की को यह भी शिकायत है कि बेलारूस जैसे देश को अमेरिका की सरकार पैसा क्यों दे रही है। उनके हिसाब से बेलारूस वह देश है जो रूस के बहुत नजदीक है। कम्युनिज्म की विचारधारा पर चल रहे क्यूबा को भी अमेरिका सरकार पैसे से मदद कर रही है। निक्की लिाती हैं कि क्यूबा की सरकार तो अमेरिका को ही आंतकवाद को बढ़ावा देने वाला बताती रही है। तो फिर ऐसे देशों को अमेरिका की फंडिंग क्यों होनी चाहिए!
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