जम्मू—कश्मीर स्थित पुलवामा के अच्छन क्षेत्र में कश्मीरी हिन्दू संजय शर्मा का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस और सुरक्षाबलों की मौजूदगी में उन्हें अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान यात्रा में शामिल हर शख्स की आंखों में आंसू तो कश्मीरी हिन्दू समाज में आक्रोश देखने को मिला। गौरतलब है कि गत रविवार को आतंकियों ने संजय शर्मा को निशाना बनाया था, जब वह बाजार से लौट रहे थे। गोली लगने के बाद आनन—फानन में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां, इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। संजय की मौत की खबर इलाके में जैसे ही फैली सब ओर शोक की लहर दौड़ गई है। इस घटना की स्थानीय मुस्लिम समाज ने भी कड़ी निंदा की और प्रदर्शन भी किया।
Today, we took a stand against the innocent killing of Kashmiri Pandit Sanjay Kumar. Along with other members of the Pulwama community,we organized a peaceful candlelight protest at Shaheed Farooq Chowk to express our grief and demand justice for the victim. @PMOIndia @HMOIndia pic.twitter.com/wCRQhQ0aPD
— Dar Mudasir (@DarMudasir10) February 26, 2023
गार्ड की नौकरी करके चलाते थे गुजारा
मृतक संजय अपने पीछे पत्नी, दो मासूम बेटियां एवं एक बेटे को छोड़ गए हैं। वह बैंक में गार्ड की नौकरी करके परिवार का गुजारा चलाते थे। उनकी बड़ी बेटी 8 साल, दूसरी 6 साल और बेटा 4 साल का है। संजय के पिता का दस साल पहले लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। जबकि उनके तीन भाई भी हैं। अच्छन निवासियों का कहना है कि इस इलाके में लगभग चौबीस कश्मीरी हिन्दू परिवार रह रहे हैं और पिछले 30 वर्ष में ऐसी कोई घटना क्षेत्र में कभी नहीं हुई।
First, they came for the Kashmiri Pandits & I did not speak out—because I was not a Pandit.
Then they came for the Sikhs, and I did not speak out because I was not a Sikh.
Then they came for me and there was no one left to speak for me.
RIP Brother Sanjay Sharma 🕉 #Pulwama pic.twitter.com/hhcdyLqObz
— Sajid Yousuf Shah (@TheSkandar) February 26, 2023
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