यूपी के बरेली जिले में सपा विधायक अताउर रहमान की गुंडई का मामला सामने आया है। विधायक ने साथियों के साथ मिलकर एक युवक को अपने कार्यालय में बंधक बनाकर मारपीट कर यातनाएं दीं। हमलावरों ने उसे चाकू मारे। रिश्तेदार बचाने आया तो उस पर गोली चलाई। शिकायत पर थाना बहेड़ी में विधायक अताउर रहमान सहित कई हमलावरों के खिलाफ जानलेवा हमले सहित गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। दूसरी ओर, विधायक अब कार्रवाई से बचने को अब पीड़ित के साथ समझौते की कोशिश में जुटे नजर आ रहे हैं।
जानलेवा हमले के मामले में फंसे समाजवादी पार्टी के विधायक उताउर रहमान पूर्व में मुलायम सिंह यादव सरकार में राज्यमंत्री रहे हैं। पहली बार जीते तो बसपा की टिकट पर थे मगर सपा सरकार बनते ही बसपा छोड़ तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के पाले में जा पहुंचे थे। उताउर बहेड़ी से तीसरी बार विधायक हैं इलाके में उनकी छवि दबंग नेता की है।
पुलिस के मुताबिक, थाना बहेड़ी इलाके के गांव सिंगोथी में दो पक्षों के बीच रास्ते को लेकर विवाद हुआ था। पीड़ित अनीस ने पुलिस में दर्ज कराई एफआईआर में कहा है कि विधायक ने समझौते की कहकर बुलाया था। हमारी ओर से रिश्तेदार आसिम खां बातचीत के लिए गया था तो विधायक अताउर रहमान और उनके साथी रफीक, रहीस आदि ने आसिम को बंधक बना लिया। कई घंटे तक उसके साथ मारपीट की गई। उसे चाकू मारे गए। पता होने पर अनीस विधायक के कायार्लय पहुंचा तो उसे भी पीटा गया और उस पर फायरिंग की गई।
अनीस और आसिम खां किसी तरह वहां से जान बचाकर भागे और थाने जाकर पुलिस को आपबीती सुनाई। एसएसपी बरेली अखिलेश चौरसिया ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर थाना बहेड़ी में सपा विधायक अताउर रहमान सहित चार लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। विधायक पक्ष कार्रवाई से बचने को पीड़ितों के साथ किसी भी तरह समझौते की कोशिश में लगा है। सपा विधायक सफाई दे रहे हैं कि समझौते के दौरान दो पक्ष आपस में लड़ गए थे। उन्होंने कुछ नहीं किया।
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