भारत और श्रीलंका के बीच 7वीं वार्षिक रक्षा वार्ता गुरुवार को नई दिल्ली में हुई। बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच चल रही रक्षा सहयोग गतिविधियों की समीक्षा की गई, जिसमें दोनों पक्ष द्विपक्षीय अभ्यास बढ़ाने पर सहमत हुए। प्रशिक्षण के संदर्भ में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के अनुभव और क्षमताओं से अधिकतम लाभ उठाने पर प्रतिबद्धता जताई।
वार्षिक रक्षा वार्ता की सह-अध्यक्षता रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने और उनके श्रीलंकाई समकक्ष जनरल कमल गुणारत्ने ने की। गिरिधर अरमाने ने इस वार्ता के लिए जनरल कमल गुणरत्ने और उनके प्रतिनिधिमंडल को धन्यवाद देते हुए कहा कि भारत परस्पर संवाद के जरिये आम समझ के आधार पर निरंतर जुड़ाव की आशा करता है। भारतीय प्रतिनिधिमंडल में रक्षा मंत्रालय, मुख्यालय एकीकृत रक्षा स्टाफ, सेवा मुख्यालय और विदेश मंत्रालय के अधिकारी भी शामिल थे। श्रीलंका के प्रतिनिधिमंडल में श्रीलंकाई वायु सेना के कमांडर एयर मार्शल एसके पथिराना शामिल थे।
यह वार्षिक रक्षा संवाद दोनों देशों के बीच उच्चतम संस्थागत संवादात्मक तंत्र है। भारत और श्रीलंका के सशस्त्र बलों के बीच भविष्य के संबंधों के महत्व को दोनों पक्षों ने उजागर किया। दोनों देशों की सशस्त्र सेनाएं कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग की तलाश में हैं, जो भविष्य में द्विपक्षीय संबंधों के लिए सकारात्मक संकेत हैं।
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