बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे की नौकरानी समेत 9 अभियुक्तों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस का कहना है कि अप्रत्यक्ष रूप से इन अभियुक्तों की अपराध करने में भूमिका थी। ये सभी अभियुक्त गैंग बनाकर आपराधिक कृत्य में संलिप्त थे। क्षमा दुबे, शांति देवी, संजय सिंह परिहार, अभिनव तिवारी, अमन शुक्ला, राम जी, शुभम पाल, विष्णु कश्यप और विकास दुबे की नौकरानी रेखा अग्निहोत्री के खिलाफ गैंगेस्टर की ऐक्ट में मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस ने जांच में पाया है कि रेखा अग्निहोत्री हत्या, हत्या का षड्यंत्र रचने, विस्फोटक पदार्थ रखने की अभियुक्त है। पुलिस की जांच में क्षमा दुबे और शांति के खिलाफ भी साक्ष्य मिले हैं। अभियुक्त संजय सिंह परिहार, अभिनव तिवारी, अमन शुक्ला, रामजी, शुभम पाल और विष्णु कश्यप की भी बिकरू कांड में अप्रत्यक्ष भूमिका पाई गई है।
उल्लेखनीय है कि 2 जुलाई 2020 की रात कानपुर नगर जनपद के बिकरू गांव में पुलिस ने दबिश दी थी। दबिश की सूचना विकास दुबे को पहले ही मिल गई थी। उसने छत पर चढ़ कर पुलिस टीम पर हमला कर दिया था। विकास दुबे और उसके गैंग के अपराधियों की तरफ से अंधाधुंध गोली चलाई गई थी। इस हमले में एक क्षेत्राधिकारी समेत आठ पुलिसवालों की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त विकास दुबे घटना स्थल से फरार हो गया था। घटना के कुछ दिन बाद वह मध्यप्रदेश के उज्जैन में गिरफ्तार हुआ था।
मध्यप्रदेश में उसकी गिरफ्तारी के बाद यूपी पुलिस ने वहां पहुंच कर उसे कस्टडी में लिया था। वापस आते समय कानपुर के पास पुलिस की कार अनियंत्रित होकर पलट गई थी। उसके बाद विकास दुबे कार से निकल कर भागने का प्रयास करने लगा। पुलिस ने जब उसे रोकने का प्रयास किया तब उसने पुलिस पर गोली चलाई। उसके बाद पुलिस से मुठभेड़ हुई। विकास दुबे के फायर करने के बाद पुलिस ने आत्मरक्षार्थ गोली चलाई, जिसमे विकास दुबे मारा गया था।
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