हरिद्वार। उत्तराखंड कैबिनेट ने हरिद्वार कॉरिडोर के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। जिस तरह से काशी विश्वनाथ और उज्जैन महाकाल को सजाया संवारा गया है, उसी तरह से हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर नया कॉरिडोर बनाए जाने की योजना है।
तीन साल पहले तक बनारस में बाबा विश्वनाथ के मंदिर तक पहुंचने के लिए संकरी गलियों से होकर गुजरना पड़ता था किंतु अब न सिर्फ सड़कों को खोल दिया गया है बल्कि मंदिर के आसपास भी इतनी जगह है कि हर वक्त करीब पंद्रह हजार श्रद्धालु कतार में लगें तो भी कोई दिक्कत नहीं है। बनारस की तर्ज पर ही गंगा नगरी हरिद्वार में हरकी पैड़ी के आसपास कॉरिडोर बनाए जाने की योजना है, जिसे उत्तराखंड कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी इस कॉरिडोर को लेकर गंभीर हैं।
हरकी पैड़ी से कोतवाली तक और दूसरी ओर भीमगौडा चौराहे तक कॉरिडोर का मास्टर प्लान तैयार हो चुका है। कुंभ नगरी और हर साल करोड़ों की संख्या में कांवड़ श्रद्धालु आने के कारण हरिद्वार में पहले से काफी सुविधाए हैं, लेकिन अगले पचास सालों की योजना का मास्टरप्लान देखते हुए संकरे बाजार को सबसे पहले चौड़ा किया जाना है। इसके अलावा गंगा किनारे पैदल पथ और शिव गंगा आकर्षण के स्थल विकसित किए जाने की योजना है। आधुनिक कार पार्किंग, घाटों की साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाना है।
हाल ही में जिस तरह से उज्जैन महाकाल में कॉरिडोर बनाया गया है उसी तर्ज पर गंगा किनारे शिव आराधना केंद्र का निर्माण किया जाना है। जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी ने अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल में एक बार भी हरिद्वार की हरकी पैड़ी में स्नान नहीं किया है। माना जा रहा है कि चारधाम यात्रा से पूर्व उनके हरिद्वार आने का कार्यक्रम है, जिसकी तैयारी उत्तराखंड सरकार कर रही है। पीएम मोदी का देहरादून सैन्यधाम जाने का भी कार्यक्रम बनने जा रहा है।
बहरहाल हरिद्वार में हरकी पैड़ी कॉरिडोर को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई है। स्थानीय व्यापारी और पंडा समाज भी सरकार के मास्टर प्लान का इंतजार कर रहे हैं। इस बारे में यही कहा जा रहा है कि हरिद्वार जिला प्रशासन और हरिद्वार विकास प्राधिकरण जल्द ही इस योजना के विषय में बैठक करने जा रहे हैं।
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