उत्तर प्रदेश के मेरठ में लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में नकली नोटों के साथ पकड़े गए आफताब से पूछताछ के लिए पुलिस ने कोर्ट में रिमांड अर्जी लगा रही है। इस मामले में देश की खुफिया जांच एजेंसियों को भी पूछताछ करनी है। जानकारी के मुताबिक दो हजार के नकली नोटों को चलाते वक्त पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आफताब के बारे में पुलिस ने बताया कि वो नेपाल तक आने जाने वाले ट्रक चलाता है और उसका भाई मेहताब और पिता दिलशाद भी नेपाल ट्रक लेकर आते जाते हैं। आफताब ने पुलिस को बताया कि कैराना का रहने वाला उसका जीजा शाहिद नकली नोट लेकर आया था। पुलिस ने कैराना में शाहिद के घर दबिश दी थी, लेकिन वो हाथ नहीं लगा है।
एसपी पीयूष कुमार सिंह के मुताबिक नेपाल के रास्ते नकली नोटों की खेप आई लगती है। इस मामले को लेकर हमारी और अन्य खुफिया एजेंसियां जांच पड़ताल में लगी हुई हैं। थोड़ा समय लगेगा, लेकिन कई राज खुलने वाले हैं। उन्होंने बताया कि आफताब ने पूछताछ में बहुत ही चतुराई से थोड़ी बहुत ही जानकारी दी है इसलिए उसे अभी रिमांड पर लिया जाना है। इसके लिए कोर्ट में अर्जी लगाई जा रही है। रिमांड मिलते ही कुछ और आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है क्योंकि ये अकेले व्यक्ति का काम नहीं है पूरा गिरोह कैराना, मेरठ, नेपाल से संचालित लगता है।
जानकारी के मुताबिक भारत में फेक करेंसी के आने का इनपुट पाकिस्तान से भी मिला है, कुछ समय पहले श्री गंगा नगर राजस्थान में भी नकली करेंसी की बरामदगी हुई थी। नोट बंदी के बाद नकली करेंसी के चलन में बहुत हद तक लगाम लगी थी, लेकिन पिछले कुछ समय से फिर से ऐसी खबरें आने लगी हैं। खास तौर पर दो हजार के नकली नोटों के बाजार में आने की खबरें हैं।
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