पुलवामा। पुलिस ने पुलवामा से आतंकियों के दो मददगारों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है। बरामद गोला-बारूद का जखीरा पुलिस और सुरक्षाबलों पर हमले करने के लिए इस्तेमाल किया जाना था। यह दोनों आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के लिए काम करते हैं।
पुलवामा पुलिस ने विशेष सूचना के आधार पर पुलवामा पुलिस और सेना की 55 आरआर को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया। इस दौरान नैना भाटपोरा इलाके में दो स्कूटी सवार बैग के साथ घूमते देखे गए। सुरक्षाबलों ने दोनों को दबोच लिया। तलाशी लेने पर दोनों के पास से 25 चीनी ग्रेनेड, एक पिस्टल, 02 पिस्टल मैगजीन, 230 कारतूस पिस्टल, 10 एके मैगजीन और 300 एके कारतूस बरामद किए गए।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार दोनों ने अपना नाम शौकत अहमद डिगू पुत्र अब्दुल वहाब दिगू निवासी नैना व उसका चचेरे भाई निवासी सेथर बताया है। पूछताछ के दौरान शौकत अहमद ने खुलासा किया कि वह राजौरी जेल में बंद ओवर ग्राउंड वर्कर फिरदौस अहमद भट पुत्र अब्दुल अहद भट निवासी नैना के संपर्क में था। उसने बताया कि वह जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन के लिए काम कर रहा था और बरामद गोला-बारूद का जखीरा पुलिस और सुरक्षाबलों पर हमले करने के लिए था। पुलिस मामले की जांच करने में लगी हुई है।
पाकिस्तान में बैठे आका तस्करों का कर रहे इस्तेमाल
बारामूला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आमोद नागपुरी ने सोमवार को बताया कि पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के आका सुनियोजित साजिश के तहत तस्करों का इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर में मादक पदार्थों को पहुंचाने के लिए कर रहे हैं ताकि युवाओं में नशे की लत को फैलाया जा सके। संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एसएसपी ने कहा कि पुलिस ने वर्जित सामग्री और नकदी के साथ चार ऐसे ड्रग आपूर्तिकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। बारामूला में उरी के कमलकोट इलाके में मादक पदार्थों की तस्करी के संबंध में एक विशेष सूचना पर सुल्तान डाकी इलाके में एक नाका स्थापित किया गया। तलाशी के दौरान एक वाहन को रुकने का इशारा किया गया लेकिन उसने भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस के जवानों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे रोका लिया। बाद में 1.17 किलो ब्राउन शुगर और 25.39 लाख रुपये की नकदी के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। जिनकी पहचान नज़र दीन भट्टी के पुत्र नसीर अहमद भट्टी, मोहम्मद पज़ीर पुत्र अब्दुल मजीद खांडे, रियाज़ अहमद खांडे और फ़ैयाज़ अहमद खांडे पुत्र मोहम्मद शरीफ खांडे के रूप में हुई है। सभी उरी के निवासी हैं। एसएसपी ने चार तस्करों की गिरफ्तारी को बड़ी पकड़ करार दिया। कहा कि उन्हें और सुराग मिले हैं और जल्द ही इस तरह के और मॉड्यूल का भंडाफोड़ होने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका नेटवर्क बहुत मजबूत है और वे जम्मू-कश्मीर में मादक पदार्थों के प्रवेश को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सब लोगों के समर्थन और सहयोग के कारण संभव है और ऐसे मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया जा रहा है। हमने हॉटस्पॉट की पहचान की है। यह पूछे जाने पर कि हवालात में रहने के बाद नशा तस्कर क्यों आजाद नजर आते हैं, उन्होंने कहा कि वे जमानत पर छूट जाते हैं और पुलिस यह तरीका अपना रही है कि जिसे भी जमानत मिलेगी उस पर पीएसए के तहत मामला दर्ज किया जाएगा ताकि वह प्रिवेंटिव कस्टडी में रहे।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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