मुंबई/नई दिल्ली। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि देशभर में वंदेभारत ट्रेनों के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है, जिसका परिणाम है कि सांसद अब अपने क्षेत्र के लिए भी इनकी मांग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “एक समय था जब सांसद अपने क्षेत्र के स्टेशनों पर ट्रेनों के रुकने की व्यवस्था के लिए पत्र लिखते थे। 1-2 मिनट के लिए स्टॉपेज मांगते थे। अब जब सांसद मिलते हैं तो वे अपने क्षेत्र में वंदे भारत की मांग करते हैं। ये आज वंदे भारत ट्रेनों का क्रेज है।”
प्रधानमंत्री मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से मुंबई-सोलापुर वंदे भारत और मुंबई-साईंनगर शिरडी वंदे भारत को हरी झंडी दिखाने के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे। यह पहला मौका था जब प्रधानमंत्री ने एक साथ दो वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि मेक इन इंडिया के तहत तैयार सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन भारत की गति और स्केल को दर्शाती है।
छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के प्लेटफॉर्म नंबर 18 पर पहुंचने पर प्रधानमंत्री ने मुंबई-साईंनगर शिर्डी वंदे भारत का निरीक्षण किया। उन्होंने ट्रेन के चालक दल और कोच के अंदर बच्चों से भी बातचीत की। मुंबई-सोलापुर वंदे भारत ट्रेन देश की 9वीं वंदे भारत ट्रेन है। नई विश्व स्तरीय ट्रेन मुंबई और सोलापुर के बीच कनेक्टिविटी में सुधार करेगी और सोलापुर में सिद्धेश्वर, सोलापुर के पास अक्कलकोट, तुलजापुर, पंढरपुर एवं पुणे के पास आलंदी जैसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों की यात्रा की सुविधा भी प्रदान करेगी। मुंबई-साईनगर शिर्डी वंदे भारत ट्रेन देश की 10वीं वंदे भारत ट्रेन है। यह महाराष्ट्र में नासिक, त्र्यंबकेश्वर, साईंनगर शिर्डी, शनि सिंगनापुर जैसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों के रेल-संपर्क में भी सुधार करेगी। उन्होंने दो सड़क परियोजनाओं – सांताक्रुज चेंबूर लिंक रोड और कुरार अंडरपास परियोजनाओं को भी देश को समर्पित किया।
रेलवे के लिए बहुत बड़ा दिन
प्रधानमंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह भारत में रेलवे के लिए एक बहुत बड़ा दिन है। विशेष रूप से मुंबई और महाराष्ट्र की आधुनिक कनेक्टिविटी के लिए क्योंकि पहली बार एक साथ दो वंदे भारत ट्रेनें एक साथ शुरू हुई हैं। उन्होंने कहा कि ये ट्रेनें मुंबई और पुणे जैसे देश के आर्थिक केंद्रों को आस्था के बड़े केंद्रों से जोड़ेंगी, जिससे कॉलेज, कार्यालय, व्यवसाय, तीर्थ यात्रा और कृषि उद्देश्यों के लिए यात्रा करने वालों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि नई वंदे भारत ट्रेनों से शिरडी, नासिक, त्र्यंबकेश्वर और पंचवटी जैसे पवित्र स्थानों की यात्रा आसान हो जाएगी, जिससे पर्यटन के साथ-साथ तीर्थाटन को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा, “सोलापुर वंदे भारत एक्सप्रेस के साथ पंढरपुर, सोलापुर, अक्कलकोट और तुलजापुर की तीर्थ यात्रा को और अधिक सुलभ बनाया जाएगा।”
आधुनिक भारत की भव्य तस्वीर
प्रधानमंत्री ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन आधुनिक भारत की भव्य तस्वीर है। यह भारत की गति और पैमाने का प्रतिबिंब है। वंदे भारत ट्रेनों के लॉन्च की गति पर टिप्पणी करते हुए, प्रधानमंत्री ने बताया कि अब तक देश के 17 राज्यों के 108 जिलों को जोड़ने वाली 10 वंदे भारत ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि आज कई परियोजनाएं शुरू की गईं जो लोगों के जीवन को आसान बनाएंगी। उन्होंने कहा कि एलिवेटेड रोड और अंडरपास पूर्वी और पश्चिमी उपनगरीय क्षेत्रों को जोड़ेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी के भारत के लिए सार्वजनिक परिवहन में सुधार की आवश्यकता को दोहराते हुए कहा कि जितनी जल्दी हमारी सार्वजनिक परिवहन प्रणाली आधुनिक होगी, राज्य के लोगों के लिए जीवनयापन करना उतना ही आसान होगा। उन्होंने कहा कि आधुनिक ट्रेनों की शुरुआत, मेट्रो के विस्तार और नए हवाई अड्डों और बंदरगाहों के पीछे यही सोच है। बजट इस सोच को भी मजबूत करता है क्योंकि पहली बार बुनियादी ढांचे के विकास के लिए विशेष रूप से 10 लाख करोड़ आवंटित किए गए थे। इसमें रेलवे की हिस्सेदारी 2.5 लाख करोड़ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र के रेल बजट में भी अभूतपूर्व वृद्धि हुई है और उम्मीद जताई कि डबल इंजन सरकार के प्रयासों से महाराष्ट्र में कनेक्टिविटी तेजी से आगे बढ़ेगी।
‘सबका विकास सबका प्रयास’
उन्होंने कहा कि 2014 से पहले 2 लाख रुपये से अधिक की आय वाले लोगों पर कर लगाया जाता था, लेकिन यह वर्तमान सरकार थी जिसने शुरुआत में इसे बढ़ाकर 5 लाख रुपये और अब इस साल के बजट में 7 लाख रुपये कर दिया है। यूपीए सरकार में 20 प्रतिशत कर देने वालों ने आज शून्य कर दिया। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि नई नौकरियों वाले लोगों के पास अब अधिक बचत करने का अवसर है। प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि ‘सबका विकास सबका प्रयास’ की भावना को बढ़ावा देने वाला यह बजट हर परिवार को ताकत देगा और सभी को एक विकसित भारत बनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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