उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में इन दिनों गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने डेरा डाला हुआ है। शत्रु संपत्ति अभिरक्षक कार्यालय के अधिकारियों ने कोताना गांव में तीन हेक्टेयर जमीन का सर्वे करवा कर उसे जिला प्रशासन की सुपुर्दगी में दे दिया है। बताया जाता है कि ये शत्रु संपत्ति है और इस पर मालिकाना हक भारत सरकार के गृह मंत्रालय का है।
जानकारी के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर शत्रु संपत्ति अभिरक्षक विभाग सक्रिय हो गया है। मंत्रालय से जुड़े अधिकारी देश में सभी शत्रु संपत्तियों का डेटाबेस तैयार करने में लगे हैं।
भारत विभाजन के दौरान जो लोग देश में अपनी संपत्तियां छोड़कर गए थे उन संपत्तियों को शत्रु संपत्ति माना जाता है। अभी भी देश में हजारों की संख्या में शत्रु संपत्ति ऐसी बताई जा रही है, जिन पर भू माफिया कब्जे किए बैठे हैं।
लखनऊ में शत्रु संपत्ति अधिकारी कार्यालय ने कुछ माह पहले मुरादाबाद, रामपुर, नैनीताल, किच्छा, बरेली, लखीमपुर खीरी, देहरादून, हरिद्वार आदि जिलों में जाकर शत्रु संपत्तियों के रिकॉर्ड निकाल कर उन्हें चिन्हित किया है। इसी क्रम में बागपत में भी उपरोक्त जमीन को चिन्हित किया गया है। जानकारी के मुताबिक इन सभी जमीनों का जीपीएस के जरिए डेटा रिकॉर्ड बनाया जा रहा है।
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