दिल्ली सरकार को हाईकोर्ट की फटकार, पूछा- बच्चों को मुफ्त किताबें क्यों नहीं ?
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत दिल्ली

दिल्ली सरकार को हाईकोर्ट की फटकार, पूछा- बच्चों को मुफ्त किताबें क्यों नहीं ?

हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि आखिर छात्रों को यह सामग्री मुहैया कराने में परेशानी क्या है ?

by WEB DESK
Feb 7, 2023, 08:00 pm IST
in दिल्ली
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

स्कूली छात्रों को कपड़े, जूते-मौजे, किताब, कॉपी अन्य सामग्री देने के बजाय पैसे देने के फैसले पर दिल्ली उच्च न्यायालय ने दिल्ली सरकार को आड़े हाथ लिया। न्यायालय ने दिल्ली सरकार से पूछा कि छात्रों को पैसे के भुगतान के बजाय कपड़े, जूते-मौजे, किताब, कॉपी अन्य सामग्री देने के आदेश का पालन क्यों नहीं किया गया?

मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा की अध्यक्षता वाली पीठ स्कूलों में कमजोर वर्ग और वंचित समूहों के छात्रों को इन संसाधनों की आपूर्ति और मुफ्त अनिवार्य बाल शिक्षा के अधिकार अधिनियम के प्राविधानों के अनुपालन से संबंधित याचिकाओं के एक बैच की सुनवाई कर रही थी। सुनवाई कर रही पीठ ने कहा कि आखिर छात्रों को यह सामग्री मुहैया कराने में परेशानी क्या है? पीठ ने दिल्ली सरकार से पूछा कि उसने आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के छात्रों को मुफ्त किताबें और स्कूली ड्रेस देने के उसके पहले के आदेश का पालन कथित तौर पर क्यों नहीं किया।

पीठ ने कहा- जब अदालत पहले ही दिल्ली सरकार को ईडब्ल्यूएस श्रेणी के छात्रों को मुफ्त पाठ्य पुस्तकें, स्कूली ड्रेस और लेखन सामग्री की आपूर्ति करने का निर्देश दिया है, तो इस आदेश का अनुपालन क्यों नहीं किया गया। उच्च न्यायालय ने कहा था कि ऐसी स्थिति पूरी तरह से अस्वीकार्य है। अदालत ने इसके लिए नया हलफनामा दायर करने के निर्देश भी जारी किए। अदालत के सख्त रुख के बाद दिल्ली सरकार के वकील ने कहा कि वह इस मामले में जवाब दाखिल करेंगे।

बता दें कि दिल्ली उच्च न्यायालय ने अगस्त 2014 में अपने आदेश में कहा था कि यह सुनिश्चित करना राज्य सरकार और स्कूलों का कर्तव्य है कि ईडब्ल्यूएस श्रेणी के बच्चों को मुफ्त पाठ्यपुस्तकें, स्कूली ड्रेस आदि उपलब्ध कराया जाए। तब पाया गया था कि सत्र 2014-15 में निजी स्कूलों में पढ़ने वाले कुल 68,951 ईडब्ल्यूएस श्रेणी के बच्चों में से लगभग 51,000 के पास नि:शुल्क पाठ्यपुस्तकें और यूनिफॉर्म नहीं थे।

हाईकोर्ट का उक्त आदेश ऐसे समय पर आया है जब दिल्ली के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड भेजने के मसले पर केजरीवाल सरकार और उपराज्यपाल में खींचतान देखी जा रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस मसले को लेकर केंद्र पर लगातार हमले बोल रहे हैं। साथ ही दिल्ली सरकार सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था के चुस्त दुरुस्त होने का दावा कर रही है।

Topics: दिल्ली हाईकोर्ट समाचारdelhi high court newsदिल्ली सरकार समाचारदिल्ली में बच्चों को मुफ्त किताबेंदिल्ली सरकार को फटकारdelhi government newsfree books to children in delhidelhi government reprimandedदिल्ली उच्च न्यायालयDelhi High Court
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Voice president jagdeep dhankarh

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने जस्टिस यशवंत वर्मा के घर कैश बरामदगी मामले में एफआईआर न होने पर उठाए सवाल

तृणमूल सांसद साकेत गोखले

तृणमूल सांसद गोखले को झटका, 50 लाख जुर्माना, लक्ष्मी पुरी से मांगनी होगी माफी

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

नेशनल हेराल्ड प्रकरण : हेराफेरी और हेकड़ी

सुप्रीम कोर्ट

वक्फ संशोधन कानून पर SC में सुनवाई, दिल्ली HC-ओबेरॉय होटल की जमीन पर उठे सवाल

मनमोहन सिंह

वक्फ कानून : मनमोहन सरकार ने बोर्ड को सौंपी थीं 123 संपत्तियां

दिल्ली हाई कोर्ट जज का मामला राज्यसभा में गूंजा, क्या छिपा है राज?

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वाले 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies