कांग्रेस सांसद परनीत कौर ने अनुशासनहीनता का आरोप लगाने वाली समिति के अध्यक्ष को घेर लिया है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को विदेशी बता कर पार्टी छोड़ने वाले तारिक अनवर उनसे सवाल पूछ रहे हैं? जो स्वयं अनुशासनहीनता की कार्रवाई का सामना कर चुके हैं। कांग्रेस हाईकमान ने गत दिनों पटियाला की कांग्रेस सांसद परनीत कौर पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए कहा था कि वे भारतीय जनता पार्टी का साथ दे रही हैं। पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था। परनीत कौर ने कांग्रेस की अनुशासन समिति को अपना जवाब भेज दिया है।
परनीत कौर ने कमेटी के सदस्य सचिव तारिक अनवर को जवाब देते हुए लिखा कि वह खुद हैरान हैं। 1999 में सोनिया गांधी को विदेशी कहकर पार्टी छोड़ने, 2019 तक 20 साल तक पार्टी से दूर रहने वाले और जिन्हें खुद अनुशासन हीनता की कार्रवाई से गुजरना पड़ा था, आज अनुशासन पर उनसे सवाल पूछ रहे हैं। परनीत ने कहा कि पंजाब के जिन कांग्रेसी नेताओं ने उन पर आरोप लगाए हैं, उनके खिलाफ कई मामले विचाराधीन हैं। उनके पति पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से पूछो कि आरोप लगाने वाले क्या करते रहे हैं। उनके पति इन्हीं लोगों को बचाते रहे, क्योंकि वे उनकी पार्टी के थे।
परनीत ने कहा कि वह हमेशा अपने हलके और पंजाब के लिए खड़ी रही हैं। केन्द्र में सत्ताधारी सरकार के सामने पंजाब की दिक्कतों को उठाती रहूंगी। हर कांग्रेस शासित प्रदेश का मंत्री राज्य के मुद्दों को लेकर केंद्र के मंत्रियों से मिलता है, ताकि राज्य के मुद्दों का हल निकाला जा सके। मैं भी राज्य व केंद्र सरकार के सामने अपने मुद्दों को लेकर जाती हूं। चाहे आपको अच्छा लगे या न लगे। परनीत कौर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मेरे ऊपर जो एक्शन लेने की बात है, अनुशासन समिति अपनी मर्जी के अनुसार उन पर एक्शन लेने के लिए पूरी तरह से आजाद है।
गौरतलब है कि कांग्रेस की अनुशासन समिति के सदस्य सचिव तारिक अनवर 1982 से 1985 तक भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। वह 1988 से 1989 तक बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी थे। बाद में उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया और 1999 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। वर्ष 1999 में सोनिया गांधी के खिलाफ उनके विद्रोह के कारण उनके राजनीतिक करियर में एक बड़ा मोड़ आया। वह तब कटिहार के लोकसभा सदस्य थे और कांग्रेस मुख्यालय नई दिल्ली में दूसरे सबसे शक्तिशाली व्यक्ति के रूप में भी जाने जाते थे। कांग्रेस छोडऩे के बाद शरद पवार ने उन्हें महाराष्ट्र से 2004 में राज्यसभा का सदस्य बनाया। वर्तमान में वे कटिहार लोकसभा सीट से सांसद है। सांसद परनीत कौर ने अपने पत्र में तारिक के साथ-साथ उन पर आरोप लगाने वाले पंजाब के नेताओं को भी आड़े हाथों लिया है।
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