उत्तराखंड में हल्द्वानी के संवेदनशील बनभूलपुरा क्षेत्र में कुमायूं आयुक्त का अवैध निर्माण पर डंडा चला है। प्राधिकरण और नगर निगम की टीमों ने दर्जनों अवैध रूप से बनाए गए मकानों पर जेसीबी चलाकर धराशायी कर दिया है। आयुक्त दीपक रावत के साथ गई टीम का विरोध करने वाले दर्जनों लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करने के बाद एक तरफ पुलिस ने आरोपियों की तलाश में दबिश दी, दूसरी तरफ प्राधिकरण और निगम के अधिकारियों ने भारी फोर्स लेकर अपनी कार्रवाई शुरू करते हुए अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया।
उल्लेखनीय है कि रेलवे की जमीन पर बनभूलपुरा क्षेत्र के हजारों लोगों ने कथित रूप से कब्जा किया हुआ है, जिसका मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। इसी थाना क्षेत्र में नजूल जमीन पर भी अवैध कब्जे कर मकान दुकान बनाए जा रहे थे जिस पर आयुक्त दीपक रावत ने आईजी नीलेश भरणे के साथ खुद जाकर निरीक्षण किया था।
हल्द्वानी में नगर निगम और जिला विकास प्राधिकरण ने भारी फोर्स के साथ बनभूलपुरा के लाइन नंबर 8 और 12 में दर्जनों अवैध बिल्डिंग पर जेसीबी चलाकर उन्हें ध्वस्त कर दिया। बीते दिनों कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने यहां छापा मारकर इन अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के निर्देश दिए थे। कमिश्नर की छापेमारी कार्रवाई के दौरान स्थानीय लोगों ने न सिर्फ सरकारी कार्य में बाधा डाली, बल्कि अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ अभद्रता भी की थी। लिहाजा 5 नामजद और 200 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है।
दो दिन का समय दिए जाने के बाद आज नगर निगम और जिला विकास प्राधिकरण ने भारी पुलिस फोर्स के साथ संयुक्त रूप से दोनों अवैध बिल्डिंग समेत दर्जनों अवैध निर्माण पर जेसीबी चलाकर ध्वस्त कर दिया है। नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय का कहना है कि एक तो अवैध निर्माण किया गया, ऊपर से प्रशासन के ऊपर दादागिरी दिखाई, जिस पर मुकदमे की कार्रवाई के साथ आज अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिया गया है। वहीं, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह ने बताया कि पूर्व में दिए गए नोटिस के बावजूद दो दिन के भीतर निर्माण नहीं तोड़ा गया इसलिए आज जेसीबी चलाकर अवैध बिल्डिंग को ध्वस्त कर दिया गया है।
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