हरिद्वार में गंगा किनारे यूपी के सिंचाई विभाग के राज काज ने नई परेशानी खड़ी करके संत समाज को नाराज कर दिया है। सिंचाई विभाग ने गंग नहर किनारे बैरागी अखाड़े की जमीन पर लगे गेट को तोड़ डाला। विभाग का कहना था कि ये उसकी जमीन पर अतिक्रमण किया गया था। बैरागी अखाड़े के संतों ने उत्तर प्रदेश के सिंचाई विभाग के अभियंताओं के खिलाफ प्रदर्शन कर अपने गुस्से का इजहार किया है।
श्री पंचायती अखाड़ा निर्मोही में धरना प्रदर्शन करते हुए बैरागी अखाड़े के संतों ने सिंचाई विभाग के अभियंताओं को धरना स्थल पर आने का अल्टीमेटम दिया, किंतु कोई अभियंता मौके पर नहीं आया। बैरागी अखाड़े के संतों का कहना है कि जिस स्थान पर लगे गेट को तोड़ा गया है उस स्थान को लेकर हाई कोर्ट में मामला विचाराधीन है। ऐसे में अभियंताओं ने हाई कोर्ट का अपमान किया है। संत समाज ने संबंधित विभाग से कहा है कि वह 13 फरवरी तक गेट वापस लगवाए। अगर गेट नहीं लगाया गया तो पूरे हरिद्वार के अखाड़ों के संत आंदोलन करेंगे।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे परमाध्यक्ष महंत ऋषिश्रानंद ने कहा है कि गंगा की तरफ हमारा गेट आज से नहीं, बरसों से खुला हुआ था और संत समाज प्रतिदिन गंगा स्नान के लिए वहां से आता जाता रहा है। उन्होंने कहा कि इस बारे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी अवगत कराया गया है।
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