लखनऊ के हजरतगंज स्थित अलाया अपार्टमेंट की इमारत ढहने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन अभी जारी है। अभी तक 17 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। हादसे में दो महिलाओं की मौत हो चुकी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि रेस्क्यू पूरा होने में अभी और समय लग सकता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले की जांच के आदेश दिए है। पूरे प्रकरण की जांच के लिए गठित कमेटी में लखनऊ की मंडलायुक्त रोशन जैकब, संयुक्त पुलिस आयुक्त पीयूष मोर्डिया और चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी लखनऊ को शामिल किया गया है। यह कमेटी एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेगी।
हजरतगंज कोतवाली में उपनिरीक्षक दयाशंकर द्विवेदी की तहरीर पर सपा के पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश शाहिद, मोहम्मद तारिक और फहद याजदानी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरोप है कि अपार्टमेंट के निर्माण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल और बिना मानचित्र पास कराए इमारत का निर्माण कराया गया था। पुलिस ने नवाजिश को मेरठ से गिरफ्तार कर किया, जबकि दो अन्य की तलाश जारी है। इस मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि रेस्क्यू पूरा होने में अभी और समय लग सकता है।
बुधवार सुबह से जारी बारिश के बीच बेहद मुश्किल हालात में टीमों ने रेस्क्यू कर मलबे में फंसी सपा प्रवक्ता अब्बास हैदर की मां और फिर उनकी पत्नी उज्मा हैदर को निकालकर उन्हें सिविल अस्पताल भेजा गया। इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। वहीं, बिल्डिंग के फ्लैट नंबर-301 में रंजना और उनकी बेटी आलोका भी रहती थीं। उनको मलबे से बाहर निकाला गया। रोते हुए कहती हैं कि इतने घंटे वो कैसे जिंदा रहीं उसे बता नहीं सकती हैं।
लखनऊ के वजीर हसनगंज रोड पर मंगलवार शाम करीब 6:30 बजे के दरमियान अलाया अपार्टमेंट की इमारत ढह गई। हादसे के वक्त अपार्टमेंट में आठ से 10 परिवार मौजूद थे। इस हादसे में कम से कम 20 लोग दब गए थे। घटना की जानकारी होते ही मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने अधिकारियों को तत्काल पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य के निर्देश दिए थे। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। पुलिस ने एसडीएआरएफ, एनडीआरएफ और सेना की मदद से मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालना शुरू कर दिया।
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