ब्रिटेन से एक हैरान करने वाला समाचार प्राप्त हुआ है। इसे लेकर न सिर्फ ब्रिटेन में बल्कि कैथोलिक जगत में भयंकर हड़कम्प मचा है। चर्च की चूलें डगमगाई हुई हैं और पोप के माथे पर लकीरें उभर आई हैं। लंदन के एक चर्च में ‘सेक्स पार्टी’ किए जाने के खुलासे ने आम ईसाई मतावलंबी के पसीने छुड़ा रखे हैं।
लंदन के एक चर्च में लॉकडाउन के दौरान हुई इस ओछी हरकत की बात सामने आते ही पोप ने वेटिकन से ही आदेश जारी किया है कि इसकी फौरन जांच की जाए। पता चला है कि लिवरपूल के आर्चबिशप इस मामले की जांच के लिए बनाई गई कमेटी की अध्यक्षता कर रहे हैं।
घटनाक्रम के ब्योरे से पता चलता है कि इस ‘पार्टी’ चर्च के एक वरिष्ठ पादरी ने 2020 में उस चर्च में करने की अनुमति दी थी जो खाली पड़ा था। कारण, ब्रिटेन में कोरोना फैला हुआ था और इस वजह से पूरा देश लॉकडाउन की जकड़ में था। इसी वजह से चर्च में किसी का आना—जाना नहीं था और चर्च खाली ही पड़ा था। संभवत: पादरी ने यही देखते हुए वहां ‘सेक्स पार्टी’ करने दी।
ब्रिटेन की राजधानी लंदन में कैथोलिकों में सोच से परे इस खुलासे से जबरदस्त आक्रोश और असमंजस का माहौल दिख रहा है। यही वजह है कि घटना के तूल पकड़ने से पहले पोप हरकत में आए और जांच का आदेश दे दिया। बताया जा रहा है कि उस ‘पार्टी’ के आयोजन के पीछे फादर माइकल मैककॉय थे।
इसी पादरी माइकल के विरुद्ध ‘पार्टी’ को लेकर होने वाली जांच लिवरपूल के आर्चबिशप की सरपरस्ती में हो रही है। लेकिन यहां एक और दिलचस्प तथ्य यह है कि फादर मैककॉय ने 2021 में आत्महत्या कर ली थी।
चर्च के अंदर किस हद तक व्याधि व्याप्त है इसकी कुछ झलक इस घटनाक्रम के बहाने देखने में आ रही है। कैथोलिक चर्च के एक बड़े अधिकारी रॉबर्ट बयर्ने द्वारा त्यागपत्र देने के बाद उसके कारणों की जांच की गई थी। रॉबर्ट बयर्ने पहले बिशप रह चुके थे। पता चला कि राबर्ट की जगह फादर मैककॉय चर्च के डीन बनने वाले थे। बताते हैं, इस बीच मैककॉय ने साल 2020 के दिसम्बर माह में अपने घर में कुछ अनुयायियों को ‘सेक्स पार्टी’ में शामिल होने के लिए तैयार कर लिया। जबकि सब जानते हैं कि उन दिनों कोरोना की भयावहता ऐसी थी कि एक जगह पर इतने सारे लोगों के इकट्ठे होने पर पाबंदी थी।
लेकिन जो हुआ वह अब सबके सामने आ गया है। इस घटना के खुलासे के बाद, मैककॉय की हरकतों को जानने वाले कई ब्रिटेनवासी कैथोलिक बड़ी तादाद में मैककॉय के विरुद्ध गवाही देने को सामने आ रहे हैं। इस प्रकरण पर ‘द संडे टाइम्स’ में छपी रिपोर्ट बताती है कि अनेक मौकों पर शिकायत करने के बाद ही यह बात सामने आई कि उक्त फादर ने खाली पड़े उस चर्च में ही स्थित अपने निवास में ‘पार्टी’ आयोजित की थी। चर्च सूत्रों के अनुसार, इस घटना की वजह से चर्च की जगहसाई हो रही है। मैककॉय ने जग 2021 में आत्महत्या की थी तब वह 57 साल के थे।
आखिर मैककॉय ने आत्महत्या क्यों की थी? इस सवाल का जवाब छुपा है पुलिस द्वारा ‘बाल यौन उत्पीड़न’ के मामले में उनके विरुद्ध जांच शुरू करने में। आरोपी पादरी फादर मैककॉय का भावी डीन के रूप में चुनाव भी चर्च अधिकारी रॉबर्ट ने ही किया था। हालांकि अभी यह साफ नहीं हुआ है कि रॉबर्ट खुद उस ‘पार्टी’ में शामिल रहे थे कि नहीं।
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