जिले में होने वाले इन्वेस्टमेंट के लिए हर क्षेत्र के इन्वेस्टर (निवेशक ) रुचि ले रहे हैं। इसके फलस्वरूप 80 लाख करोड़ के लक्ष्य के समक्ष अभी तक 89,310 करोड़ रुपये के इन्वेस्टमेंट के लिए उद्यमियों ने हामी भर दी और एमओयू साइन किए जा रहे हैं ।
उत्तर-प्रदेश में फरवरी माह में होने वाली इन्वेस्टर से पहले जिले में एक लाख करोड़ का इन्वेस्टमेंट होने की संभावना है। यह जानकारी जिलाधिकारी और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष आरके सिंह ने रविवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित एक संयुक्त प्रेसवार्ता में दी है।
अधिकारियों ने बताया कि इसका सबसे प्रमुख कारण यह है कि निवेशकों को गाजियाबाद प्रशासन व अन्य संबंधित विभागों द्वारा मास्टर प्लान से लेकर तमाम सुविधाओं को लेकर भरोसा दिलाया है। यही कारण है कि हर क्षेत्र के निवेशक इसमें रुचि ले रहे हैं । शिक्षा, चिकित्सा ,उद्योग तकनीक में निवेशक आगे आ रहे हैं, जिसका प्रमुख कारण रैपिड रेल भी एक है। रैपिड रेल 2023 में चालू हो जाएगी, जिसका सकारात्मक असर निवेशक को दिख रहा है। साथ ही शहर की परिवहन व्यवस्था को ठीक करने के लिए महानगर परिवहन में इलेक्ट्रिक बसें जोड़ी जा रही है। जीडीए का मास्टर प्लान भी इसका एक कारण है।
उन्होंने बताया कि इस इन्वेस्टमेंट से पांच लाख लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। निवेशकों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए निवेश मित्र पोर्टल का सरलीकरण किया जा रहा है। साथ ही निवेशकों की समस्याओं के निस्तारण के लिए समय सीमा भी निर्धारित की गई है ताकि निवेशक के लिए अनुकूल माहौल मिले। इंफोसिस, कार्बन एक्सचेंज, पावर फाइनेंस,पावर ग्रिड, सोलर एनर्जी जैसे क्षेत्र में निवेशक निवेश करने के लिए तैयार हो रहे हैं।
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