जन्मदिन विशेष : अजीत डोभाल, कीर्ति चक्र से सम्मानित होने वाले सबसे कम उम्र के पुलिस अधिकारी
May 17, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

जन्मदिन विशेष : अजीत डोभाल, कीर्ति चक्र से सम्मानित होने वाले सबसे कम उम्र के पुलिस अधिकारी

पूर्वोत्तर भारत में उग्रवाद से निपटने में अजीत डोभाल की कूटनीतिक नीतियां निर्णायक रही हैं।

by उत्तराखंड ब्यूरो
Jan 20, 2023, 03:27 pm IST
in भारत, उत्तराखंड
अजीत डोभाल, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार

अजीत डोभाल, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का आज जन्मदिन है। उनका जन्म 20 जनवरी 1945 में उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में एक गढ़वाली परिवार में हुआ था। आज वे किसी पहचान के मोहताज नहीं है। देश के महत्वपूर्ण फैसलों में उनकी राय की अहमियत से ही उनके कद का अनुमान लगाया जा सकता है। अजीत डोभाल के नेतृत्व क्षमता पर सभी भारतीय गौरवान्वित महसूस करते हैं। आइए जानते हैं उनके योगदान और उनसे जुड़े कई सुने-अनसुने किस्से-

अजीत डोभाल भारत के वर्तमान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं। वह केरल कैडर के एक सेवानिवृत्त भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी तथा पूर्व भारतीय खुफिया और कानून प्रवर्तन अधिकारी हैं। वह सैन्य कर्मियों के लिए वीरता पुरस्कार कीर्ति चक्र से सम्मानित होने वाले भारत के सबसे कम उम्र के पुलिस अधिकारी हैं। भारत की पाकिस्तान के विरुद्ध सितंबर सन 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक के साथ फरवरी सन 2019 में पाकिस्तान में सीमा पार बालाकोट में हवाई हमले उनकी निगरानी में किए गए थे। चीन के विरुद्ध डोकलाम में गतिरोध को समाप्त करने में उनकी रणनीति कारगर सिद्ध हुई और पूर्वोत्तर भारत में उग्रवाद से निपटने के लिए उनकी कूटनीतिक नीतियां निर्णायक रही हैं।

अजीत डोभाल ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा अजमेर के मिलिट्री स्कूल से पूरी की, इसके बाद आगरा विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एमए करने के बाद वह आईपीएस की तैयारी में लग गए थे। कड़ी लगन और मेहनत के बल पर वह केरल कैडर से सन 1968 में आईपीएस के लिए चुन लिए गए थे। अजीत डोभाल सन 2005 में इंटेलिजेंस ब्यूरो के चीफ पद से सेवानिवृत हुए। सन 2009 से सन 2011 तक उन्होंने “इंडियन ब्लैक मनी अब्रोड इन सीक्रेट बैंक एंड टैक्स हैवन” नाम के बनी रिपोर्ट के संपादन में योगदान दिया था। इसके बाद वह विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष बने। यह फाउंडेशन कन्याकुमारी में स्थित विवेकानंद केंद्र का हिस्सा है, जिसकी स्थापना राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के एकनाथ रानाडे ने की थी।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राष्ट्रवादी विचारधारा पर बना थिंक टैंक विवेकानंद फाउंडेशन वर्तमान में भारत सरकार के पड़ोसी देशों से संबंध और रणनीतिक मामलों पर इनपुट देने का काम करता है। इस फाउंडेशन में भारत के अनेक सेवा निवृत आईएएस, आईपीएस, साइंटिस्ट और सैन्य अफसर कार्य करते हैं। विवेकानन्द फाउंडेशन से जुड़े पूर्व ब्यूरोक्रेट और सेना के पूर्व अधिकारियों के साथ अधिकतर ज्यादातर लोग देश सेवा में बिना किसी पारिश्रमिक के कार्य करते हैं। अजीत कुमार डोभाल 30 मई सन 2014 से सन 2019 तक भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रहे हैं। सन 2019 में उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में फिर से नियुक्त किया गया और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के दूसरे कार्यकाल में कैबिनेट रैंक दिया गया है।

अजीत डोभाल को एक दशक से भी अधिक समय तक इंटेलिजेंस ब्यूरो के संचालन विंग का नेतृत्व करने का अनुभव प्राप्त है। वह मल्टी एजेंसी सेंटर और जाइंट टास्क फोर्स ऑन इंटेलिजेंसी के संस्थापक अध्यक्ष भी है। आतंक निरोधी कार्यों के लिए उन्हें भारत के तीसरे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एमके नारायणन के द्वारा ट्रेनिंग भी प्राप्त की हुई है। भारतीय सेना के महत्वपूर्ण ऑपरेशन ब्लू स्टार के समय उन्होंने एक गुप्तचर की भूमिका निभाई थी और भारतीय सुरक्षा बलों के लिए महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी उपलब्ध कराई जिसकी मदद से सैन्य ऑपरेशन सफल हो सका था। इस आपरेशन में उनकी भूमिका एक ऐसे पाकिस्तानी जासूस की थी, जिसने खालिस्तानियों का विश्वास जीत लिया था और उनकी सम्पूर्ण तैयारियों की जानकारी भारतीय सेना मुहैया करवाई थी। सन 1980 के दशक में वह भारत के उत्तर पूर्व में सक्रिय रहे, उस समय पूर्वोत्तर में ललडेंगा के नेतृत्व में मिजो नेशनल फ्रंट ने हिंसा और अशांति फैला रखी थी।

अजीत डोभाल ने ललडेंगा के सात में छह कमांडरों का विश्वास जीत लिया था और इसका नतीजा यह हुआ कि ललडेंगा को मजबूरी में भारत सरकार के साथ शांतिविराम का विकल्प अपनाना पड़ा था। उन्होंने सन 1991 में खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट द्वारा अपहरण किए गए रोमानियाई राजनयिक लिविउ राडू को बचाने की सफल योजना बनाई थी। सन 1999 में आतंकवादियों ने इंडियन एयरलाइंस की उड़ान आईसी-814 को काठमांडू से हाईजैक कर लिया गया था। इस फ्लाइट को कंधार ले जाकर सभी यात्रियों को बंधक बना लिया गया था। इस विमान अपहरण काण्ड में सम्मिलित आतंकवादियों से वार्ता हेतु उन्हें भारत सरकार ने मुख्य वार्ताकार बनाया था। उन्होंने सन 1971 से सन 1999 के मध्य इंडियन एयरलाइंस के विमान के कम से कम 15 अपहरणों को सफलतापूर्वक समाप्त कर दिया था। जम्मू–कश्मीर में उन्होंने उल्लेखनीय कार्य करते हुए उग्रवादी संगठनों में घुसपैठ कर ली थी। उन्होंने उग्रवादियों को ही शांतिरक्षक बनाकर उग्रवाद की धारा को मोड़ दिया था, प्रमुख भारत-विरोधी उग्रवादी कूका पारे को अपना भेदिया बना लिया था। उनकी बेहतर रणनीति के कारण जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराने का रास्ता साफ हो गया था।

अजीत डोभाल ने मिज़ो नेशनल आर्मी के साथ बर्मा और चीन की सीमा के अंदर बहुत लंबा समय बिताया था। उन्होंने पाकिस्तान में एक अंडरकवर ऑपरेटिव के रूप में सक्रिय उग्रवादी समूहों पर खुफिया जानकारी जुटाने में सात वर्ष से अधिक समय बिताया था। सन 2014 में उन्होंने ईराक में अपहृत 46 भारतीय नर्सों की रिहाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अजीत डोभाल ने सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग के साथ म्यांमार से बाहर चल रहे नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड के उग्रवादियों के खिलाफ म्यांमार में एक सफल सैन्य अभियान का नेतृत्व किया था। यह सैन्य अभियान 50 आतंकवादियों को ढेर करते हुए सफल साबित हुआ था। उन्हें पाकिस्तान के संबंध में भारतीय सुरक्षा नीतियों में बदलाव करने का श्रेय भी प्राप्त है। सन 2016 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक में उनकी भूमिका को अहम माना जाता है। फरवरी सन 2019 में पाकिस्तान में सीमा पार बालाकोट हवाई हमले भी उनकी देखरेख में किए गए थे। उन्होंने चीन के साथ डोकलाम गतिरोध को समाप्त करने में भी मदद की और पूर्वोत्तर में उग्रवाद से निपटने के लिए निर्णायक कदम उठाए थे। उन्हें सन 2018 में स्ट्रेटेजिक पॉलिसी ग्रुप का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

अजीत कुमार डोभाल अपनी बेहतरीन सेवाओं के लिए पुलिस मेडल पाने वाले सबसे कम उम्र के अधिकारी हैं, उनकी सेवाओं के केवल 6 वर्ष बाद यह मेडल दिया गया था। प्रेसिडेंट पुलिस मेडल प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर चयनित अधिकारी को उसकी वीरता या प्रतिष्ठित सेवा के लिए भारत के महामहिम राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया जाता है। उन्होंने सन 1988 में वीरता के सर्वोच्च अलंकरण कीर्ति चक्र को भी प्राप्त किया है।

Topics: उत्तराखंड की महान विभूतिgreat personality of Uttarakhandअजीत डोभाल का जन्मदिनअजीत डोभाल का योगदानgreat personalitybirthday of ajit dovaluttarakhand newscontribution of ajit dovalउत्तराखंड समाचारअजीत डोभालAjit Dovalमहान विभूति
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

अपना काम करने वालों को मिला सम्मान, अब स्व रोजगार से होगा पहाड़ का विकास

उत्तराखंड : धामी कैबिनेट की बैठक में गौवंश से लेकर तीर्थंटन को लेकर हुए महत्वपूर्ण फैसले

उत्तराखंड : जौनसार बावर जनजाति क्षेत्र में भी डेमोग्राफी चेंज, लोगों ने मुखर होकर जताया विरोध

डेमोग्राफी चेंज : हल्द्वानी में बसी अवैध मुस्लिम बस्ती, प्रशासन ने की ध्वस्तीकरण की कार्रवाई

उत्तराखंड के माणा गांव में शुरु हुआ पुष्कर कुंभ : दक्षिण भारत के श्रद्धालुओं का लगता है जमावड़ा, जानिए इसकी महिमा

उत्तराखंड : चारधाम यात्रा मार्ग पर प्रदूषण कम करने की तैयारी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान में अहमदिया मुसलमानों पर जुल्म ढाया जाता है। (फोटो- प्रतीकात्मक, क्रेडिट - ग्रोक एआई )

नफरत की जमीन पर कट्टरता की फसल उगाता पाकिस्तान, ‘अपनों’ से भी खेल रहा गंदा खेल

Cyber ​​fraud

हिमाचल के सरकारी बैंक में ऑनलाइन डाका : Cooperative Bank के सर्वर में घुसकर Hackers ने उड़ाए 11.55 करोड़ रुपए

मणिपुर में भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद

एनआईए (प्रतीकात्मक चित्र)

पंजाब में 15 ठिकानों पर NIA की छापेमारी, बब्बर खालसा से जुड़े आतंकियों की तलाश तेज

India And Pakistan economic growth

आतंकवाद और व्यापार एक साथ नहीं चल सकते

नीरज चोपड़ा ने दोहा डायमंड लीग में रचा इतिहास, PM मोदी ने शानदार उपलब्धि पर दी बधाई

उत्तराखंड : अरबों की सरकारी भूमि पर कब्जा, कहां अटक गई फैज मोहम्मद शत्रु संपति की फाइल..?

#ऑपरेशन सिंदूर : हम भांप रहे हैं, वो कांप रहे हैं

प्रतीकात्मक तस्वीर

देहरादून : पहलगाम हमले के डॉक्टर तंजीम ने बांटी मिठाइयां, पुलिस ने दर्ज की एफआईआर

पाकिस्तान में असुरक्षित अहमदिया मुसलमान : पंजाब प्रांत में डाक्टर की गोली मारकर हत्या

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies