कोहिमा की राह पर कोडरमा!
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

कोहिमा की राह पर कोडरमा!

देखते-देखते पूरा नागालैंड ईसाई-बहुल हो गया। आज उसकी राजधानी कोहिमा में चर्च ही चर्च दिखते हैं। झारखंड में भी ईसाई मिशनरी के लोग लोभ-लालच, छल-कपट और यहां तक कि डर दिखाकर हिंदुओं को ईसाई बना रहे हैं। कोडरमा की घटना से हिन्दू समाज अत्यंत चिन्तित है

by रितेश कश्यप
Jan 20, 2023, 04:27 am IST
in भारत, झारखण्‍ड
कोडरमा में ईसाई कन्वर्जन के शिकार हुए हिन्दू

कोडरमा में ईसाई कन्वर्जन के शिकार हुए हिन्दू

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

गत दिनों कोडरमा (झारखंड) जिले के गरडीह टोला के 25 हिंदू परिवार ईसाई बना दिए गए। कोडरमा के उपायुक्त आदित्य रंजन ने स्वीकार किया कि उनके पास इस घटना की सूचना आई है। उन्होंने यह भी कहा कि घटना की जांच के लिए एक जांच समिति बनाई गई है। उसकी रपट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

इस समाचार के लिखे जाने तक इस मामले में एक व्यक्ति की गिरफ्तारी हो चुकी थी। जो लोग ईसाई बने हैं, वे घटवार जाति के हैं। शायद झारखंड में पहली बार इस जाति के लोग ईसाई बने हैं। इसलिए यह खबर फैलते ही हिंदू समाज में हड़कंप मच गया।

हिंदुत्वनिष्ठ संगठनों के कार्यकर्ता दौड़े-दौड़े गरडीह पहुंचे। उन लोगों ने ईसाई बने हिंदुओं को काफी समझाया कि लोभ-लालच में आकर अपने पूर्वजों के धर्म को छोड़ना ठीक नहीं है, लेकिन वे लोग अभी तक नहीं माने हैं।ईसाई मत अपनाने वाले राजकुमार सिंह, बासुदेव राय, देवंती देवी, बच्चू राय, उपेंद्र राय और जानकी राय के अनुसार वे लोग आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े हुए हैं। इनका आरोप है कि उन्हें गरीबी से निबटने के लिए सरकार या समाज की ओर से कोई सहयोग नहीं मिलता है। वहीं ‘घटवार समाज’ के प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्णा सिंह घटवार ने इन लोगों के आरोपों को नकार दिया। उनका कहना है, ‘‘कुछ परिवार गरीब जरूर हैं, लेकिन कोई गरीबी के कारण ईसाई नहीं बना है। वास्तव में ये लोग लोभ-लालच से ईसाई बन रहे हैं, जो हिंदू समाज के लिए चिंता की बात है।’’

बता दें कि घटवार जाति कहीं अगड़ी मानी जाती है, तो कहीं पिछड़ी। हालांकि झारखंड में इस जाति को पिछड़े वर्ग में रखा गया है, लेकिन कभी यह जाति शासन करती थी। कुछ सामाजिक परिस्थितियों ने इस जाति के एक वर्ग को गरीब बना दिया है। ईसाई मिशनरियां इनकी गरीबी का लाभ उठा रही हैं।

अनेक लोगों ने बताया कि कोडरमा में अब तक ईसाई मिशनरियां अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के लोगों को लालच देकर ईसाई बनाती थीं। पर अभी पिछड़ी जातियों में इनकी वैसी पकड़ नहीं है। इसलिए इस बार के कन्वर्जन ने कोडरमा के हिंदू समाज को चिन्तित कर दिया है।

वर्षों से जारी है कन्वर्जन
गरडीह टोला सतगावां प्रखंड में पड़ता है। इस प्रखंड में काफी समय से ईसाई मिशनरियों का आना-जाना रहा है। यहां के कई गांवों में ईसाई तत्व उन परिवारों से मिलते हैं, जो गरीब हैं या फिर किसी सामाजिक उपेक्षा का शिकार हैं। एक सामाजिक कार्यकर्ता सहदेव महतो कहते हैं, ‘‘ईसाई तत्व गरीब हिंदुओं को लालच देते हैं कि ईसाई बन जाओ, सभी कष्ट दूर हो जाएंगे। नौकरी मिलेगी, बच्चे अच्छी तरह पढ़ लेंगे। यही नहीं, बीमार होने पर बिल्कुल मुफ्त में इलाज होगा। मिशनरियों की चिकनी-चुपड़ी बातों से कुछ लोग इतने प्रभावित हो जाते हैं कि उन्हें लगने लगता है कि कोई बीमारी होती है तो यीशु की प्रार्थना करने से भी वह ठीक हो जाती है।’’

वहीं घटवार समाज, कोडरमा जिले के अध्यक्ष रीतलाल सिंह का कहना है, ‘‘ईसाई मिशनरियां कन्वर्जन के लिए धूर्तता कर रही हैं।’’ उन्होंने यह भी बताया कि कन्वर्जन का यह खेल पिछले कई वर्षों से चल रहा है। मिशनरी के लोग छुप-छुपाकर गांव में आते हैं और लोगों को बरगला कर ईसाई बनाते हैं। सतगांवा के रहने वाले बबलू कुमार ने बताया कि ईसाई मिशनरियां बहुत ही शातिर तरीके से काम कर रही हैं। एक सजग हिंदू समाज ही इनसे बचा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि कोठीयार पंचायत में 100 से अधिक लोग ईसाई बन चुके हैं।

इस घटना की पड़ताल के दौरान पता चला कि सतगांवा प्रखंड ही नहीं, बल्कि जयनगर और कोडरमा प्रखंड में भी कई जगहों पर कन्वर्जन का खेल चल रहा है। प्रार्थना सभा के बहाने सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों को बुलाया जाता है धीरे-धीरे, उनके दिमाग में हिंदू देवी-देवताओं के विरुद्ध जहर भरा जाता है और बाद में उन्हें ईसाई बना लिया जाता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार राजावर पंचायत के ठेसवा गांव और बासोडीह पंचायत के रजघट्टी गांव से हर सप्ताह गरडीह टोले में लोग आते हैं। यहां पर प्रार्थना सभा का आयोजन करने के बाद भोजन की व्यवस्था की जाती है और उसके बाद लोग अपने-अपने घर चले जाते हैं। कुछ दिनों तक ऐसा ही चलता है और बाद में लोगों को ईसाई बनने के लिए मजबूर किया जाता है।

एक हिंदू कार्यकर्ता मनोज कुमार ने बताया कि पूरा कोडरमा जिला मिशनरी संस्थाओं के निशाने पर है। ये लोग सिर्फ गांवों में ही नहीं, बल्कि शहरों में भी खुलेआम प्रार्थना सभा कर कन्वर्जन का काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले कोडरमा के तिलैया शहर के बीचोंबीच मोदी धर्मशाला के सभागार में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था, जिसमें कई गांवों के लोग शामिल हुए थे। इसके साथ ही जयनगर प्रखंड के चुटियारो चौक, हीरोडीह, पिपचो, घाघडीह इलाके में प्रार्थना सभा के माध्यम से कन्वर्जन करवाया जा रहा है।

कोडरमा की विधायक नीरा यादव का कहना है कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने ‘धर्मांतरण विरोधी कानून’ बनाया था, लेकिन उस कानून का पालन नहीं होने से ईसाई मिशनरियां लोगों का कन्वर्जन करा पा रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ईसाई मिशनरियों के इशारे पर नाच रही है। यही वजह है कि जो लोग कन्वर्जन में लगे हैं, उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं होती है। उन्होंने कन्वर्जन को लेकर कोडरमा के उपायुक्त से भी बात की।

बरकट्ठा के विधायक अमित यादव उन लोगों में से एक हैं, जो कन्वर्जन के विरोध में आवाज उठाते हैं। उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले जयनगर के अम्बाडीह, बरकट्ठा आदि क्षेत्रों में प्रार्थना सभा हो रही थी। जैसे ही उनकी जानकारी मिली तो उन्हें बंद कराया गया। उनका मानना है कि एक षड्यंत्र के तहत गरीब, दलित और जनजातीय समाज के लोगों को ईसाई बनाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले दिनों में झारखंड की संस्कृति को मिशनरी संस्थाएं समाप्त कर देंगी। सरकार को अविलंब इन मामलों पर संज्ञान लेने की आवश्यकता है।

कोडरमा में जिससे भी बात करें वही बताता है कि जिले में कन्वर्जन एक बड़ी समस्या बन चुकी है। इसके साथ ही लोग यह भी कहते हैं कि जब से हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने हैं, तब से ईसाई मिशनरियों की हरकतें बढ़ी हैं। उनकी इस बात में दम है। बता दें कि 2019 में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद हेमंत सोरेन सबसे पहले रांची में चर्च के लोगों से मिले थे।

चुनाव के दौरान भी चर्च ने खुलकर अपने लोगों से कहा था कि वे झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले गठबंधन के समर्थन में आगे आएं यानी ‘हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने के लिए काम करें’ और वही हुआ। इसलिए झारखंड का एक बड़ा वर्ग कहता रहा है कि राज्य सरकार को चर्च चला रहा है। ऐसे में लाख टके का सवाल यह है कि चर्च की गलत गतिविधियों को कौन रोकेगा?

Topics: हिंदू समाजईसाई मिशनरियांअनुसूचित जनजातिईसाई मतअनुसूचित जातिकोडरमा
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

शिवाजी के दरबार में वरिष्ठ श्रीमंत, सलाहकार थे

हिन्दू साम्राज्य दिवस : हिंदवी स्वराज्य के स्वप्नदर्शी छत्रपति

रा.स्व.संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत

“सुरक्षा के मामले में हम किसी पर निर्भर ना हों…’’ : सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत

Elain Dixon Adopted Sanatan Dharma did Ghar wapsi Rajasthan

घर वापसी: ईसाई मत त्याग अपनाया सनातन धर्म, इलैन डिक्सन बनीं वैष्णवी पंत

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

संघ की शाखा एक विस्तारित परिवार ही होती है, हर स्वयंसेवक परिजन की तरह एक-दूसरे की और उसके परिवार की चिंता करता है (फाइल चित्र)

संघ शाखा एक विस्तारित परिवार

संघ शताब्दी वर्ष : संघ कार्य का विस्तार और सुदृढ़ीकरण, सामाजिक एकता और राष्ट्रीय पुनर्जागरण का लक्ष्य

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्यों का समाधान’

विश्लेषण : दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

पंजाब में ISI-रिंदा की आतंकी साजिश नाकाम, बॉर्डर से दो AK-47 राइफलें व ग्रेनेड बरामद

बस्तर में पहली बार इतनी संख्या में लोगों ने घर वापसी की है।

जानिए क्यों है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुरु ‘भगवा ध्वज’

बच्चों में अस्थमा बढ़ा सकते हैं ऊनी कंबल, अध्ययन में खुलासा

हमले में मारी गई एक युवती के शव को लगभग नग्न करके गाड़ी में पीछे डालकर गाजा में जिस प्रकार प्रदर्शित किया जा रहा था और जिस प्रकार वहां के इस्लामवादी उस शव पर थूक रहे थे, उसने दुनिया को जिहादियों की पाशविकता की एक झलक मात्र दिखाई थी  (File Photo)

‘7 अक्तूबर को इस्राएली महिलाओं के शवों तक से बलात्कार किया इस्लामी हमासियों ने’, ‘द टाइम्स’ की हैरान करने वाली रिपोर्ट

राजस्थान में भारतीय वायुसेना का Jaguar फाइटर प्लेन क्रैश

डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

किशनगंज में घुसपैठियों की बड़ी संख्या- डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

गंभीरा पुल बीच में से टूटा

45 साल पुराना गंभीरा ब्रिज टूटने पर 9 की मौत, 6 को बचाया गया

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies