सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने चार हाई कोर्ट में जज के रूप में नियुक्त करने के लिए पूर्व में भेजे गए पांच नामों पर केंद्र के एतराज को खारिज करते हुए उन्हें जज के तौर पर नियुक्त करने की एक बार फिर सिफारिश की है। इसी के साथ देश के अन्य हाई कोर्ट में जजों की नियुक्ति के लिए 20 अन्य नामों की भी सिफारिश की गई है।
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने दिल्ली हाई कोर्ट के लिए वकील सौरभ कृपाल, मद्रास हाई कोर्ट के लिए वकील आरजॉन सत्यन, कलकत्ता हाई कोर्ट के लिए दो वकील अमितेष बनर्जी और साक्य सेन और बांबे हाई कोर्ट के लिए वकील सोमशेखर सुंदरसन को जज के रूप में नियुक्त करने की दोबारा सिफारिश की है। इन सभी नामों पर केंद्र ने एतराज जताते हुए सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम के पास दोबारा विचार करने का आग्रह किया था।
इसके अलावा कॉलेजियम ने तीन हाई कोर्ट के लिए जज के रूप में नियुक्त करने के लिए 20 नामों की सिफारिश की है। कॉलेजियम ने मद्रास हाई कोर्ट के लिए आठ, इलाहाबाद हाई कोर्ट के लिए नौ और कर्नाटक हाई कोर्ट के लिए तीन लोगों को जज के रूप में नियुक्त करने के लिए सिफारिश की है। कॉलेजियम ने मद्रास हाई कोर्ट के जज के रूप में जिनके नामों की सिफारिश की है, उनमें वेंकटाचारी लक्ष्मीनारायणन, लक्ष्मणा चंद्रा विक्टोरिया गौरी, पी बी बालाजी, रामास्वामी नीलकंदन, केके रामाकृष्णन, पी वादामलई, रामाचंद्रन कलाईमती और केजी तिलकवादी के नाम शामिल हैं।
कॉलेजियम ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के जज के रूप में नियुक्त करने के लिए जिन वकीलों के नामों की सिफारिश की है, उनमें प्रशांत कुमार, सैयद कमर हसन रिजवी, मनीष कुमार निगम, मंजीवे शुक्ला, अनीष कुमार गुप्ता, नंद प्रभा शुक्ला, अरुण कुमार सिंह देशवाल, क्षितिज शैलेंद्र और विनोद दीवाकर के नाम शामिल हैं।
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