उत्तर प्रदेश के 13 जनपदों में कुल 61 परीक्षा केन्द्रों में कर्मचारी चयन आयोग द्वारा एसएससी (जीडी कान्सटेबल) परीक्षा आयोजित हुई। एसटीएफ के पर्यवेक्षण में अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी। इसी क्रम में एसटीएफ फील्ड इकाई, गोरखपुर के प्रभारी को सूचना प्राप्त हुई कि जनपद अयोध्या में तैनात आरक्षी अच्युतानन्द यादव व उसका साथी गुड्डू यादव तथा प्रयागराज निवासी सलमान व अमित द्वारा एसएससी (जीडी) परीक्षा में साल्वर बैठाने की योजना बनाई जा रही है।
इस सूचना पर मुख्य आरक्षी धीरेन्द्र यादव एवं आरक्षी मोहित गौड़ द्वारा अभिसूचना संकलन का कार्य प्रारम्भ किया गया, जिससे ज्ञात हुआ कि उपरोक्त गैंग द्वारा परीक्षा केन्द्र सिन्को लर्निग सेन्टर टेढ़ी पुलिया कुर्सी रोड लखनऊ में मूल अभ्यर्थियों के स्थान पर साल्वरों को बैठाकर परीक्षा दिलाई जाएगी। इस सूचना पर एसटीएफ ने उक्त स्थान पर पहुंचकर साल्वर विवेक कुमार सिंह को परीक्षा केन्द्र के अन्दर से एवं मूल अभ्यर्थी केशवानन्द को परीक्षा केन्द्र के बाहर से तथा मनोज कुमार झा आदि अभियुक्तों को इसी परीक्षा केन्द्र के बाहर से गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार अभियुक्त अच्युतानन्द ने पूछताछ पर बताया कि वह पुलिस विभाग में आरक्षी के पद पर जनपद अयोध्या में तैनात है। उसके द्वारा ही साल्वर मनोज कुमार झा व राकेश कुमार यादव से सम्पर्क करके तथा मूल अभ्यर्थियों से प्रवेश पत्र, आधार कार्ड तथा फोटो प्राप्त किया गया। साल्वर व मूल अभ्यर्थी की फोटो मिक्सिंग कराकर प्रवेश पत्र पर लगायी जाती थी। अभ्यर्थियों से पैसा प्राप्त कर साल्वरों को प्रति परीक्षा 20 हजार रूपये दिया गया था। साल्वर मनोज कुमार द्वारा बताया गया कि उसने अच्युतानन्द के कहने पर दिनांक 11 जनवरी को परीक्षा केन्द्र गोमतीनगर, लखनऊ पर मूल अभ्यर्थी जियाउल हुसैन के स्थान पर तथा दिनांक 16 जनवरी को परीक्षा केन्द्र योर लिटिल एंजल होम सेक्टर डी, एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड में मूल अभ्यर्थी सुजीत कुमार के स्थान पर परीक्षा दिया है। साल्वर राकेश कुमार ने बताया कि उसने भी अच्युतानन्द के कहने पर अभ्यर्थी गुड्डू यादव के स्थान पर परीक्षा केन्द्र डीआईटी एजुकेशन सेन्टर कुर्सी रोड लखनऊ में तथा दिनांक 16 जनवरी को परीक्षा केन्द्र यूबी ऑनलाइन सल्यूशन खरगापुर, गोमतीनगर, लखनऊ में मूल अभ्यर्थी आफताब आलम के स्थान पर परीक्षा दिया है।
गिरफ्तार अभियुक्त विवेक कुमार सिंह ने पूछताछ पर बताया कि अमित फोटो बनाने का काम करता है। जिसकी दोस्ती सलमान निवासी प्रयागराज से है। सलमान के कहने पर अमित ने केशवानन्द की फोटो के स्थान पर उसकी फोटो मिक्स करके प्रवेश पत्र व आधार कार्ड बनाया था। केशवानन्द के स्थान पर वह परीक्षा दे रहा था, जिसके बदले में उसे 30 हजार रुपये मिलने वाला था।
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