काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों का नामांकन पांच वर्ष में सबसे अधिक

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संवाद सूत्र

काशी हिंदू विश्वविद्यालय दुनियाभर से छात्रों और विद्वानों को आकर्षित करता रहा है। विश्वविद्यालय प्राचीन भारतीय ज्ञान और चिकित्सा प्रणालियों से लेकर आधुनिक विज्ञान, मानविकी, कला और संस्कृति, नवीन चिकित्सा अध्ययन सहित विभिन्न विषयों में शिक्षा और अनुसंधान प्रदान करता है, जिसके चलते बीएचयू विदेशी छात्रों के बीच भी अत्यंत लोकप्रिय है। अंतरराष्ट्रीय छात्रों के नामांकन की बढ़ती संख्या इसका प्रमाण है। शैक्षणिक वर्ष 2022-23 के दौरान जनवरी के पहले सप्ताह तक काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में 276 अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों ने नामांकन किया है। इनमें से 83 छात्रों को आईसीसीआर स्कॉलरशिप श्रेणी के तहत प्रवेश दिया गया है। जबकि 193 छात्रों ने स्व-वित्त पोषित श्रेणी में प्रवेश लिया है। वर्तमान में स्नातक, स्नातकोत्तर, अनुसंधान और अल्पावधि प्रमाण पत्र या डिप्लोमा जैसे विभिन्न पाठ्यक्रमों में नए प्रवेश सहित अंतरराष्ट्रीय छात्रों की कुल संख्या 551 है।

शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार, की इंस्टिट्यूशन ऑफ एमिनेंस पहल के तहत आईओई का दर्जा प्राप्त काशी हिंदू विश्वविद्यालय ने विदेशी छात्रों के नामांकन को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। बीएचयू ने उन सभी अंतरराष्ट्रीय छात्रों को 72,000 रुपये की वार्षिक छात्रवृत्ति प्रदान करने की एक नई योजना शुरू की है, जिनके पास कोई छात्रवृत्ति नहीं है। वे विद्यार्थी जिन्हें इससे कम राशि की कोई छात्रवृत्ति प्राप्त होती है उन्हें अंतर राशि प्रदान की जाएगी। विश्वविद्यालय ने हाल ही में 400 सीटों के साथ अंतरराष्ट्रीय पुरुष छात्रावास आरंभ किया है। छात्रावास सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है, जैसे संलग्न रसोई और शौचालय, विशाल बैठक कक्ष, वाई-फाई, पेंट्री, कपड़े धोने, जिम, इनडोर खेल सुविधाएं, सम्मेलन कक्ष, लगभग 125 लोगों के बैठने की क्षमता वाला सामान्य मेस, सीसीटीवी निगरानी और 24 x7 सुरक्षा., छात्रों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा भी प्रदान की जाती है।

छात्राओं के लिए छात्रावास की सीटों को बढ़ाने के लिए, पुरुष छात्रों के पुराने अंतरराष्ट्रीय छात्रावास परिसर महिला छात्रावास में परिवर्तित कर दिया गया है, इससे छात्राओं के लिए 176 सीटें बढ़ गई हैं। मौजूदा अंतरराष्ट्रीय महिला छात्रावास की क्षमता 62 है। नये अंतरराष्ट्रीय महिला छात्रावास का निर्माण कार्य पूरा होने के करीब है और इसमें 400 सीटों वाले 200 कमरे उपलब्ध होंगे। नया परिसर भी सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस है।

कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन लगातार विश्वविद्यालय में शैक्षिक और अनुसंधान तथा बुनियादी ढांचे के विकास और छात्र सुविधाओं में और सुधार करने पर अधिक ज़ोर दे रहे हैं, ताकि बीएचयू अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों के पंसदीदा संस्थानों में शामिल हो। अंतरराष्ट्रीय केंद्र, बीएचयू, के समन्वयक प्रो. एसवीएस राजू ने कहा कि केंद्र प्रवेश प्रक्रिया के दौरान पंजीकरण संबंधी औपचारिकताओं में विदेशी छात्रों का सहयोग व मार्गदर्शन करता है। उन्होंने बताया कि बीएचयू अन्य संस्थानों की तुलना में बहुत ही कम शुल्क में अंतरराष्ट्रीय मानकों की उच्च शिक्षा प्रदान करता है।

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