‘पाञ्चजन्य’ अपनी यात्रा के 75वर्ष पूर्ण कर मकर संक्रांति के दिन आज अपनी ‘हीरक जयंती’ मना रहा है। कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली के होटल अशोक में किया जा रहा है, जिसमें देशभर के कई दिग्गज शामिल हुए हैं। इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर से पाञ्चजन्य के संपादक हितेश शंकर ने चर्चा की, जहां आंबेकर जी ने कई तथ्यों पर प्रकाश डाला।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि फेक न्यूज पर पाञ्चजन्य ने बहुत काम किया है। फैक्ट चेक के लिए आज सोशल मीडिया पर पाञ्चजन्य को लोग ढूंढकर पढ़ते हैं। इस समय पत्रकारिता में प्रमाणिकता की बहुत आवश्यकता है। इस समय गलत समाचार बहुत तेजी से फैलता है। फेक न्यूज़ पर भी काम करने की जरूरत है। पाञ्चजन्य इस मापदंड में हमेशा खरा उतरा है। लोग पाञ्चजन्य पर बहुत भरोसा करते हैं।
सुनील आंबेकर ने कहा कि जब हमारा राष्ट्र आगे बढ़ता है तब जीवन के हर क्षेत्र में हमें आगे बढ़ना होता है। समाज के हर वर्ग के लोग इसमें शामिल होने चाहिए। देश के युवाओं में विवेक रहेगा तो स्वाभाविक रूप से देश तरक्की करेगा। संघ की आगे की यात्रा और सपना ये है कि पूरा देश कदम से कदम मिलाकर चले। संघ के सामने जो भी कठिनाइयां आयी उसका सभी स्वयंसेवक ने मिलकर सामना किया। इसी का परिणाम है कि आज संघ के स्वयंसेवक समाज के हर क्षेत्र में मौजूद हैं। जब कश्मीर में तिरंगा जलाया गया तब सबसे पहले संघ ने नारा दिया “जहां हुआ तिरंगे का अपमान वहीं करेंगे उसका सम्मान” इसलिए ये कहना कि संघ को सिर्फ भगवा से प्यार है तिरंगा से नहीं बिल्कुल बेबुनियाद है।
सुनील आंबेकर ने कहा कि पूरे देश ने संघ को स्वीकार किया है, आज देश के हर जिले में हर कोने में हर समाज के बीच संघ उपस्थित है। 5 अगस्त 1947 को गुरुजी कराची में उपस्थित थे। क्योंकि संघ को हिंदुओं की रक्षा करनी थी। डॉ हेडगेवार को राजनीति करनी होती तो वो राजनीतिक पार्टी का गठन करते, उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की क्योंकि उन्हें देश सेवा करना था राजनीति नहीं। संघ की स्थापना ही देश सेवा के लिए और देश पर हो रहे आघात से देश को बचाने के लिए हुई है। देश की युवा शक्ति जागरूक है। कैंपस के छात्र को भड़काने वाले लोगों को छात्रों ने पहचान लिया है। देश के युवाओं को बरगलाने वाले सफल नहीं होंगे।
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