खंडवा। सेंट जोसफ कान्वेंट स्कूल की शिकायत मिलने के बाद मध्य प्रदेश राज्य बाल संरक्षण आयोग व न्याय पीठ बाल कल्याण समिति के सदस्य शुक्रवार को स्कूल के औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे।
बाल आयोग की टीम ने निरीक्षण के दौरान विभिन्न कक्षाओं के बालक-बालिकाओं से जब संपर्क किया तो विद्यार्थियों ने बताया कि स्कूल में टीका लगा कर आने, हाथ में रक्षा सूत्र (कलावा) पहनने पर रोक-टोक व स्कूल प्रबंधन द्वारा कलावा काटने, धर्म के हिसाब से हाथ में कड़ा पहनने पर रोक, बालिकाओं को त्योहारों पर मेहंदी लगाने पर रोक, धार्मिक लॉकेट पहनने पर रोक, हिंदी बोलने पर आर्थिक दंड लगाया जाता है। आयोग सदस्य ओंकार सिंह राजपूत ने शिकायतों को संज्ञान में लेकर आयोग के सम्मुख रखने की बात कही। सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से गतिविधियों को देखा गया। तिलक लगाकर आने वाले बच्चों का मजाक बनाने की बात भी सामने आई।
निरीक्षण के दौरान स्कूल की प्रिंसिपल अनुपस्थित मिलीं। आयोग के सदस्यों ने उनसे फोन पर चर्चा की। निरीक्षण के दौरान मध्य प्रदेश राज्य बाल संरक्षण आयोग की सदस्य सोनम निमामा, न्याय पीठ बाल कल्याण समिति खंडवा के सदस्य नारायण बाहेती, पन्नालाल गुप्ता, विजय राठी व मोना दफ्तरी सहित शिक्षा विभाग, विशेष पुलिस प्रशासन, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
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