देश के सबसे स्वच्छ शहर एवं मध्य प्रदेश की वाणिज्यिक राजधानी इंदौर में तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के समापन के बाद आज (बुधवार) से दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट शुरू हो रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी इसका वर्चुअली शुभारंभ करेंगे। प्रधानमंत्री समिट को संबोधित भी करेंगे। उद्घाटन सत्र में सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी एवं गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली भी शामिल होंगे। दोनों का संबोधन भी होगा।
जनसम्पर्क अधिकारी बबीता मिश्रा ने बताया कि उद्घाटन सत्र को केन्द्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी संबोधित करेंगे। सत्र में केन्द्रीय वाणिज्यिक एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल का वर्चुअल संबोधन होगा। समिट को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी संबोधित करेंगे। ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित इस सातवीं ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन सुबह 10:30 बजे होगा।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री चौहान ने समिट को सफल बनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए दिल्ली, मुंबई, पुणे और बेंगलुरु में रोड शो किए। उद्योगपतियों से नियमित भेंट की। विभिन्न देशों के संभावित निवेशकों के साथ भी बातचीत की। यह समिट प्रदेश के लिए गेम-चेंजर और मील का पत्थर साबित होगी।
“मध्यप्रदेश-भविष्य के लिए तैयार राज्य” थीम पर होने जा रही इस समिट में पर्यावरण संरक्षण का पूरा ध्यान रखा गया है। यह पूरी तरह “कार्बन न्यूट्रल” और “जीरो वेस्ट” पर आधारित है। समिट में देश और विदेश के निवेशकों को राज्य में लाने के लिए मध्य प्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिए अनुकूल वातावरण की तमाम परिस्थितियों का प्रदर्शन किया जाएगा।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 65 से अधिक देशों के प्रतिनिधिमंडल भाग लेंगे। इसमें 20 से अधिक देशों के राजदूत, उच्चायुक्त, वाणिज्य दूतावास और राजनयिक हैं। जीआईएस के अंतरराष्ट्रीय मंडप में नौ भागीदार देश और 14 अंतरराष्ट्रीय व्यापार संगठन अपने देशों के विभिन्न पहलुओं का प्रदर्शन करेंगे। समिट से राज्य के निर्यातकों को संभावित विदेशी खरीदार से जुड़ने का अवसर भी मिलेगा।
जिन प्रमुख उद्योगपतियों नेसमिट में शामिल होने की सहमति दी है, उनमें कुमार मंगलम बिड़ला, नोएल टाटा, नादिर गोदरेज, पुनीत डालमिया और अजय पीरामल सहित भारत के 500 से अधिक प्रमुख उद्योगपति शामिल हैं। कार्यक्रम में फार्मा, आईटी, ऑटोमोबाइल, कपड़ा, वस्त्र, रसायन, सीमेंट, खाद्य प्रसंस्करण, रसद, पेट्रोकेमिकल, पर्यटन, नवकरणीय ऊर्जा, सेवाओं आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख उद्योगपतियों की भागीदारी होगी।
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