26 नवंबर को न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रही फ्लाइट में नशे में धुत एक पुरुष यात्री ने बिजनेस क्लास में बैठी एक 70 साल की महिला पर फ्लाइट में सबके सामने पेशाब कर दिया। यह घटना उस समय हुई जब लंच के बाद लाइट बंद थी। पेशाब करने के बाद, वह आदमी तब तक खड़ा रहा, जब तक कि एक अन्य यात्री ने उसे जाने के लिए नहीं कहा।
महिला ने चालक दल से शिकायत की और उन्हें बताया कि उसके कपड़े, जूते और बैग पेशाब में भीग गए हैं। जिसके बाद चालक दल ने उसे एक पजामा और चप्पलें दीं और उसी सीट पर लौटने के लिए कहा। लेकिन केबिन क्रू ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की और पेशाब करने वाला यात्री आसानी से बचकर निकल गया। मामले में जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो पीड़ित महिला ने टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को शिकायत पत्र भेजा। इसके बाद एयर इंडिया ने मामले में जांच शुरू की और महिला यात्री पर पेशाब करने के मामले को अनुचित और अशोभनीय व्यवहार मानते हुए आरोपित युवक पर 30 दिनों के लिए प्रतिबंध लगा दिया।
एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा कि एयर इंडिया ने इस घटना को बहुत गंभीरता से लिया है। इस मामले की रिपोर्ट मांगी गई थी। रिपोर्ट आने के बाद यह ऐक्शन लिया गया है। इस घटना पर पुलिस में पहले ही शिकायत दर्ज की जा चुकी है और एयर इंडिया कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ-साथ नियामक प्राधिकरणों की सहायता के लिए प्रतिबद्ध है। एयरलाइन ने कहा कि उसने मामले की सूचना विमानन नियामक डीजीसीए को आगे की कार्रवाई के लिए दे दी है।
प्रवक्ता ने कहा- हमने एयर इंडिया के चालक दल की चूक की जांच करने और स्थिति के त्वरित निवारण में देरी करने वाली कमियों को दूर करने के लिए एक आंतरिक समिति का भी गठन किया है। हम जांच के दौरान पीड़ित यात्री और उसके परिवार के नियमित संपर्क में भी हैं। डीजीसीए ने एयर इंडिया से मामले पर रिपोर्ट मांगी है।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी लिया संज्ञान
वहीं इस मामले का राष्ट्रीय महिला आयोग(एनसीडब्ल्यू) ने भी संज्ञान लिया है। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस संबंध में दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा को पत्र लिखकर संबंधित कानून के प्रावधानों के तहत तत्काल प्राथमिकी दर्ज करने और एक बुजुर्ग महिला को मानसिक आघात पहुंचाने के दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा है।
इसके साथ आयोग ने एयर इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष को भी इस मामले में हस्तक्षेप करने और उड़ान पर एक बुजुर्ग महिला के साथ दुर्व्यवहार करने के लिए दोषी के खिलाफ उचित कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है। आयोग ने मामले में की गई विस्तृत कार्रवाई की सूचना 7 दिनों के भीतर आयोग को देने के निर्देश जारी किए हैं।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि अपनी शिकायत में महिला यात्री ने लिखा था, “मैं फ्लाइट AI102 पर अपनी बिजनेस क्लास यात्रा के दौरान हुई भयानक घटना के बारे में अपनी गहरी निराशा व्यक्त करने के लिए लिख रहा हूं। यह मेरी अब तक की सबसे दर्दनाक उड़ान रही है। उड़ान के दौरान, दोपहर के भोजन के तुरंत बाद, लाइट बंद कर दी गई थी। जब मैं सोने की तैयारी कर रही थी, तभी एक अन्य यात्री पूरी तरह से नशे में मेरी सीट पर आया, उसने अपनी पैंट खोली और पेशाब कर दिया। यहां तक कि जब दूसरे यात्री ने उसे हटने के लिए कह तो नशे में धुत यात्री ने नहीं सुना। उन्होंने एआई केबिन क्रू को इस घटना के प्रति असंवेदनशील बताया। उन्होंने कहा कि क्रू ने उन्हें केवल कपड़े बदलने के लिए बस एक जोड़ी पजामा और चप्पल दी, लेकिन हरकत करने वाले पुरुष यात्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।”
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